जुबिली न्यूज डेस्क
पिछले सप्ताह दुनिया भर के शेयर सूचकांकों में गिरावट के बाद सोमवार को एशियाई बाजारों में भी गिरावट देखी गई है. भारतीय बाज़ार में भी ये गिरावट देखने को मिल रही है. निफ्टी में फिलहाल क़रीब 720 और सेंसेक्स में क़रीब 2200 अंकों की गिरावट देखी गई है.
जापान के सूचकांक निक्केई 225 में 7.3% की गिरावट देखी गई है वहीं टॉपिक्स में 8% की गिरावट देखी गई है. ताइवान के मुख्य शेयर सूचकांक में 7.7 फीसदी की गिरावट आई है. चिप बनाने वाली दिग्गज कंपनी टीएसएमसी के शेयरों में 8.4 फीसदी की गिरावट आई है.साउथ कोरिया के कोस्पी सूचकांक में 6.6 फीसदी की गिरावट आई है. सैमसंग सहित चिप बनाने वाली कंपनियों के कारोबार में कमी देखी गई है.
हालांकि हांगकांग के हैंग सेंग में सिर्फ 0.2 फीसदी की गिरवाट देखी गई है. वहीं दूसरी तरफ शंघाई स्टॉक एक्सचेंज में हल्की बढ़ोतरी देखी गई है.क्रिप्टोकरंसी में भी गिरावट दर्ज की गई है. एक बिटक्वॉइन की कीमत 53 हजार डॉलर के आस-पास पहुंच गई है. जो कि फरवरी के बाद सबसे निचला स्तर है.शुक्रवार को अमेरिका में नौकरियों के डेटा जारी किए जाने के बाद न्यूयॉर्क में शेयरों में भारी गिरावट देखी गई थी.नौकरियों का डेटा जारी होने बाद दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका पैदा हो गई है.
ग्लोबल संकेत बेहद खराब
घरेलू शेयर बाजार के लिए ग्लोबल संकेत बेहद खराब नजर आ रहे हैं. आज के कारोबार में प्रमुख एशियाई बाजारों में बिकवाली देखने को मिल रही है. वहीं इसके पहले शुक्रवार को अमेरिकी बाजार भी मंदी की आशंका के चलते बड़ी गिरावट पर बंद हुए थे. शुक्रवार को Dow Jones Industrial में 611 अंकों की गिरावट रही और यह 39737.26 के लेवल पर बंद हुआ. NASDAQ Composite में 418 अंकों की कमजोरी रही और यह 16776.16 के लेवल पर बंद हुआ. जबकि S&P 500 इंडेक्स करीब 11 अंक टूटकर 5346.56 के लेवल पर बंद हुआ.
एशिया की बात करें तो GIFT NIFTY में 1.16 फीसदी कमजोरी है तो निक्केई 225 में 4.85 फीसदी गिरावट देखने को मिल रही है. स्ट्रेट टाइम्स में 2.78 फीसदी और हैंगसेंग में करीब 0.56 फीसदी कमजोरी देखने को मिल रही है. ताइवान वेटेड 6.63 फीसदी कमजोर हुआ है तो कोस्पी में 5.63 फीसदी गिरावट है. शंघाई कंपोजिट में 0.16 फीसदी कमजोरी नजर आ रही है.