जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन एच-1बी सहित अन्य उच्च कौशल वीजा की सीमा बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा वह विभिन्न देशों के लिए रोजगार आधारित वीजा के कोटा को समाप्त कर सकते हैं।
माना जा रहा है कि इन दोनों ही कदमों से हजारों भारतीय पेशेवरों को फायदा होगा। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की कुछ आव्रजन नीतियों से भारतीय पेशेवर बुरी तरह प्रभावित हुए थे।
ये भी पढ़े: इस वेब सीरीज में नजर आएंगी ‘भाभी जी’
ये भी पढ़े: फिल्म प्रोडूसर फिरोज नाडियावाला के घर एनसीबी ने मारा छापा
कमला हैरिस अमेरिका की नई उपराष्ट्रपति होंगी। माना जा रहा है कि बाइडेन एच-1 बी वीजाधारकों के जीवनसाथी के लिए कार्य वीजा परमिट को रद्द करने के ट्रंप प्रशासन के फैसले को भी पलट सकते हैं।
ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से अमेरिकी में रहने वाले भारतीय परिवार प्रभावित हुए थे। बाइडेन प्रशासन की योजना एक वृहद आव्रजन सुधार पर काम करने की है।
दरअसल बाइडेन ने चुनाव से पहले वादा किया था कि यदि वह चुनाव जीतते हैं तो एच-1बी वीजा प्रणाली में सुधार करेंगे। उनके प्रचार अभियान में कहा गया था कि यदि चुनाव में उन्हें सफलता मिलती है तो वे ग्रीन कार्ड के लिए देशों के कोटा को भी समाप्त कर देंगे।
एच-1बी वीजा गैर-आव्रजक वीजा है। इसके जरिए अमेरिकी कंपनियां विशेषज्ञता वाले पदों पर विदेशी पेशेवरों की नियुक्ति कर सकती हैं। कंपनियां हर साल भारत और चीन के हजारों पेशवरों की नियुक्ति इस वीजा के जरिए करती हैं।
ये भी पढ़े: राहुल गांधी ने बताया- PM ने 4 साल पहले रची थी ये साजिश
ये भी पढ़े: Youtube यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी, अब स्मार्टफोन से ही …