न्यूज डेस्क
मध्यप्रदेश हनी ट्रैप गैंग का अड्डा बन गया है। यहां एक के बाद एक हनी ट्रैप गैंग के खुलासे हो रहे हैं। इंदौर के बाद भोपाल में अब तक चार गैंग का पर्दाफाश हो चुका है। हालांकि, पुलिस के मुताबिक इंदौर हनी ट्रैप मामले के बाद भोपाल में पकड़े गए सभी गैंग के तार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। जिस्मफरोशी की आड़ में रसूखदारों को ब्लैकमेल करने का काम किया जा रहा था।
दूसरी ओर हनी ट्रैप रैकेट के जाल में एक केंद्रीय मंत्री के बेटे के भी फंसे होने की जानकारी मिल रही है। इसमें भोपाल के कई बड़े कारोबारियों के फंसे होने की भी खबर है। इस केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है रोज नये खुलासे हो रहे हैं। इस रैकेट में अब तक कई नेताओं और IAS-IPS अफसरों के नाम पहले से ही लिए जा रहे हैं।
अब तब पकड़े गए आरोपियों की माने तो मध्य प्रदेश का हनी ट्रैप रैकेट बॉलीवुड की कुछ बी-ग्रेड अभिनेत्रियों समेत 40 से ज्यादा कॉल गर्ल्स मुहैया कराता था। इस रैकेट ने नौकरशाहों और नेताओं सहित कई ताकतवर लोगों को ब्लैकमेल किया। इस मामले में रैकेट से जुड़ी 5 महिलाओं सहित कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
मामले की जांच कर रही एसआईटी के सूत्रों की माने तो ‘नौकरशाह या नेता के साथ शुरुआती मुलाकात के बाद, इस रेकैट की सरगना उन्हें सेक्स के लिए किसी गेस्ट हाउस या पांच सितारा सुइट में लड़कियां उपलब्ध कराती थी। उस दौरान नौकरशाह या नेता जब उस लड़की के साथ सेक्स कर रहे होते थे, उनका वीडियो हिडेन कैमरा से रिकॉर्ड कर लिया जाता था।’
आधिकारिक दौरे पर मुंबई या दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले ‘लक्ष्य’ (कई नौकरशाह और नेताओं) को अक्सर मॉडल और बॉलीवुड अभिनेत्रियां मुहैया कराई जाती थीं। हालांकि, एसआईटी को अभी तक ऐसा कोई वीडियो क्लिप हाथ नहीं लगा है, जहां ये किसी जानी-मानी अभिनेत्री के साथ सेक्स करते नजर आएं हों।
सूत्रों ने बताया है कि रैकेट की सरगना ने स्वीकार किया कि उसके पति द्वारा चलाए गए एनजीओ को भोपाल नगर निगम से 8 करोड़ रुपये के अनुबंध प्राप्त हुए थे। ऐसे कई ठेके कई राज्य सरकार के विभागों जैसे पीडब्ल्यूडी, आवास, समाज कल्याण और अन्य सरकारी निगमों से भी प्राप्त किए गए थे।
सरगना ने यह भी स्वीकार किया कि मध्य प्रदेश के एक पूर्व सीएम ने उसे पॉश भोपाल क्षेत्र में मीनल रेजीडेंसी में एक बंगला भेंट किया है।
सेक्स रैकेट में पूर्व मंत्रियों और नौकरशाहों का नाम आने पर राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने कहा कि रैकेट भोपाल, इंदौर और मध्य प्रदेश के दूसरे प्रमुख शहरों में चलाया जा रहा था।
उन्होंने कहा, ‘यह रैकेट वर्षों से चल रहा था, इसलिए ब्लैकमेल में शामिल 80 फीसदी नेता बीजेपी के हैं। पुलिस को सभी नेताओं के नाम मिले हैं, हालांकि मैं तब तक कोई नाम नहीं लूंगा जब तक कि किसी नेता या नौकरशाह की गिरफ्तारी नहीं होती है।’
कांग्रेस नेताओं के शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर, मिश्रा ने कहा कि हनीट्रैप में लगभग 20 फीसदी कांग्रेसी पदाधिकारी भी शामिल रहे हैं।
वहीं, रैकेट से जुड़ी एक महिला ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि वह एमपी कैडर के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के संपर्क में आई थी, जिसने उन्हें कई मंत्रियों से मिलवाया था। इस महिला ने कहा कि वह लगातार आईएएस अधिकारी को सेवाएं मुहैया कराती थी, जिसने भोपाल में उसके लिए एक फ्लैट की व्यवस्था की।
महिला ने यह भी खुलासा किया कि फ्लैट के कुछ कमरों में छिपे कैमरे लगाए गए थे, जहां राजनेता, नौकरशाह और शीर्ष सरकारी इंजीनियर कॉलगर्ल्स से सेक्स करते थे। इस महिला ने स्टिंग ऑपरेशन करने में कॉल गर्ल्स को भी लगाया।
खबरों की माने तो कुछ मामलों में, इस महिला ने बी ग्रेड बॉलीवुड हीरोइनों और मॉडलों की भी सेक्स सेवाएं मंत्रियों को उपलब्ध कराईं।
रैकेट की मास्टरमाइंड की तरह ही इस महिला ने एक एनजीओ का गठन किया था और लड़कियों को मुहैया कराने के एवज में संबंधित मंत्रियों से कई बड़े ठेके हासिल किए।
महिला ने यह भी खुलासा किया कि केवल कुछ मामलों में ही संलिप्त नेता या नौकरशाह को उनके सेक्स वीडियो को दिखाकर सरकारी ठेका देने का दवाब बनाया जाता था, जबकि अधिकांश मामलों में नेता और नौकरशाह सेक्स के बदले खुद ही बड़े सरकारी ठेके दे देते थे।
हनी ट्रैप गैंग की एक महिला श्वेता जैन की डायरी से बड़ा खुलासा हुआ है। इस डायरी में साफ लिखा है कि किससे कितना लेना है। इन पन्नों में नौ लोगों के नाम हैं जिनसे लेनदेन की रकम और अन्य बातों का जिक्र देखने को मिल रहा है।
साथ ही इस डायरी में इस बात का भी खुलास हुआ है कि हनी ट्रैप गैंग की श्वेता जैन और बरखा सोनी का कनेक्शन 2016 से ही छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्रियों, विधायकों और कुछ अधिकारियों से अच्छे सम्बन्ध रहे हैं और साथ ही बस्तर संभाग में इनका आना जाना लगा रहता था।
एसआईटी की टीम जांच में जुटी हुई है कि इनने किन -किन लोगों को अपने जाल में फंसाया है। डायरी के दो पन्ने एक्सक्लूजिव रूप से मिले हैं। डायरी के कुछ पन्नों में छत्तीसगढ़ में टार्गेट किये गये लोगों की लिस्ट भी मिले है। हालांकि, यह पन्ने सोशल मीडिया के माध्यम से हासिल हुए हैं, इसलिए इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं की जा सकती।
डायरी के पहले पन्ने पर मोनिका के क्लाइंट लिखा है और लव-तीर का निशान भी है। इसके बाद क्लाइंट, मनी और बेलेंस राशि का जिक्र है। पहला नाम मध्यप्रदेश की राजनीति में संगठन से जुड़े एक प्रमुख व्यक्ति का नाम है, जिसके आगे 1.5 लाख या करोड़ का जिक्र है। इसी तरह ए.संजय नाम के आगे 50 लाख का जिक्र है तथा शेष 75 बकाया होना लिखा है।
तीसरा नाम रायपुर का एम.जी लिखा है। इनसे 2.5 लाख या करोड़ का जिक्र है तथा 1.50 लाख का बेलेंस बताया गया है। अन्य नामों में ए.संजय, एम.जी. रायपुर, तथा एक अन्य प्रभावशाली भाजपा नेता का नाम इंग्लिश में लिखा हुआ है। इनसे मिलने वाली रकम तीन लिखा है तथा काम पूरा होने की बात है। उपरोक्त सभी रकम लाख में हैं या करोड़ में, यह साफ नहीं हो सका है।
डायरी के और पन्ना में भी कई नामों का खुलासा हुआ है। इसमें पहला बंसल साहब का है जिन्हें तीन देना और एक लेना बताया गया है। इसी तरह चौधरी भाई से 2 लेना बताया गया है जिसमें एक भोपाल में और एक गोवा में हवाला के माध्यम से लेना बताया गया है। तीसरा नाम चौंकाने वाला है, जिसमें छत्तीसगढ़ के बस्तर से संबंध रखने वाले प्रमुख भाजपा नेता के नाम का जिक्र है। इनसे ढाई आना तथा 5 एनजीओ के माध्यम से लेना शेष बताया गया है।
एक नाम ओ.पी है जिसमें हाउस सीजी लिखा है तथा इसमें 75 दिया और 25 देगा लिखा हुआ है। एचडी मीडिया के आगे नहीं दिया लिखा है तथा एक देगाा लिखा हुआ है। एक अन्य नाम किसी मंत्री का है जिसका नाम के आगे शार्ट फार्म लिखा है। इसमें तीन दिया हुआ बताया गया है साथ में लंदन ट्रिप भी जोड़ी गई है।