न्यूज डेस्क
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर आयकर विभाग के छापे की कार्रवाई में 281 करोड़ बेहिसाबी कैश रैकेट का पता चला है।
47 घण्टे के मैराथन छापेमारी
47 घण्टे के मैराथन छापेमारी के बाद सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (सीबीडीटी) ने बताया कि राजनीति, व्यापार और सरकारी सेवाओं से जुड़े लोगों के जरिए यह रकम इकट्ठा की गई थी।
वहीं, एमपी सीएम कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ ने कहा कि आयकर विभाग के कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है, छापेमारी के दौरान उन्हें मेरे घर से कुछ आपत्तिजनक समान नहीं मिला।
14.6 करोड़ कैश बरामद
रेड के दौरान बिना हिसाब-किताब के 14.6 करोड़ कैश बरामद किया गया। साथ ही 252 बोतल शराब भी बरामद की गई। इस छापेमारी में कुछ हथियार और बाघ की खाल भी बरामद की गई थी।
80 कंपनियों के फर्जी बिल
आयकर विभाग के मुताबिक इसके अलावा टैक्स हैवंस देशों में 80 से अधिक कंपनियों के फर्जी बिलों के जरिए 242 करोड़ रुपए के गबन का प्रमाण मिला है। साथ ही दिल्ली में कई पॉश इलाकों में बेनामी संपत्तियों के सबूत भी मिले हैं।
कांग्रेस के एक बड़े नेता सवालों के घेरे में
वहीं, दिल्ली की आयकर टीम द्वारा मध्य प्रदेश सहित तीन राज्यों के करीब पचास ठिकानों पर की गई छापेमारी में कांग्रेस के एक और बड़े नेता सवालों के घेरे में आ गए हैं।
हवाला की 20 करोड़ की रकम आई
आयकर विभाग का कहना है कि कांग्रेस के पास हवाला की 20 करोड़ की रकम आई है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की रेड में मुख्य आरोपी पाए गए एसएम मोइन की वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अहमद पटेल के साथ एक तस्वीर सामने आ रही है. इसके बाद आयकर विभाग उन पर भी नजर रख रहा है।
52 ठिकानों पर छापेमारी
दरअसल, दिल्ली स्थित डायरेक्टोरेट ऑफ इनकम टैक्स (इन्वेस्टिगेशन) की कार्रवाई में नेशनल कैपिटल रीजन (एनसीआर), भोपाल, इंदौर और गोवा में रेड डाली गई। इस मामले में 300 से ज्यादा इनकम टैक्स अधिकारियों ने सर्च ऑपरेशन में हिस्सा लिया। आयकर विभाग की टीम ने चार राज्यों के 52 ठिकानों पर छापेमारी की गई।
281 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बरामद
मध्य प्रदेश में आयकर विभाग ने अलग अलग ठिकानों पर कई जगह छापेमारी की। इस दौरान आयकर विभाग को 281 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बरामद की गई। छापेमारी में बिजनेस, राजनीति और पब्लिक सर्विस से जुड़े कई लोगों का नाम सामने आया है।
इनकम टैक्स विभाग का कहना है-
‘कुछ कैश दिल्ली की एक बड़ी राजानीतिक पार्टी के हेडक्वार्टर तक पहुंचाए गए। इस राशि में 20 करोड़ रुपए हवाला के जरिए इकट्ठे किए गए थे। तुगलक रोड के पास स्थित एक राजनीतिक पार्टी के नेता के आवास से दिल्ली स्थित हेडक्वार्टर पर इस राशि को पहुंचाया गया।’
अहमद पटेल से जुड़े हुए सूत्रों ने बताया कि मोइन कांग्रेस के दफ्तर में मुख्य अकाउंटेंट के तौर पर काम करता है। जब वह सोमवार को दफ्तर नहीं आया तो वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अहमद पटेल उससे मिलने उसके आवास पर गए थे।
जांच एजेंसी का कहना है कि हवाला से जुटाए गए पैसों को बेहद सावधानी के साथ भुगतान किया है। इनका जिक्र डायरी, कंप्युटर फाइलों और एक्सल शीट के जरिए किया गया था जिन्हें सीज्ड कर दिया गया। इन दस्तावेजों में कैश का भी जिक्र किया गया है।