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काशी राम जयंती 15 मार्च को है। इस खास मौके पर भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर दिल्ली में अपनी पार्टी का ऐलान कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग की मंजूरी मिलने के बाद वो पार्टी के नाम की घोषणा करेंगे। जाहिर है कि चंद्रशेखर के इस कदम से बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती की मुश्किलें बढ़ने वाली है।
काशी राम की जयंती पर चंद्रशेखर की पार्टी के नाम के ऐलान से बसपा प्रमुख काफी चिंतित लग रही हैं। इसीलिए तो उन्होंने अप्रैल में उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र की बैठक बुलाई है। इस बैठक में बसपा के कई बड़े नेता शामिल होने की उम्मीद है।
वहीं, दूसरी तरफ चंद्रशेखर ने आजाद बहुजन पार्टी, बहुजन आवाम पार्टी और आजाद समाज पार्टी जैसे टीम नामों पर विचार किये हैं। इस पर चुनाव योग की मंजूरी मिलने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर के साथ बसपा के कई बड़े नेता सतपाल चौधेरी वीर सिंह जाटव इजहारूल हक़ और अशोक चौधरी सहित कई नेता साथ आ सकते हैं।
कैसे हुए चर्चित
गौरतलब है कि चंद्रशेखर पिछले तीन वर्षों के दौरान राजनैतिक रूप से ज्यादा चर्चाओं में रहे हैं। सहारनपुर के थाना बडगांव के गांव शब्बीरपुर में महाराणा प्रताप की जयंती की शोभा यात्रा के दौरान संघर्ष के बाद से चंद्रशेखर का नाम उछला था।
इस दौरान सहारनपुर में जमकर हिंसा भी हुई थी। इस मामले में चंद्रशेखर को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जेल में बंद रहे थे। जेल सा छूटने का बाद से वो दलित राजनीति में जाने माने चेहरा बन गये।