- कांग्रेस नेता ने लगाया आरोप, कंपनी ने पीएम फंड में दिया 21 करोड़ का दान
- साल 2014 से इंडिया बुल्स भाजपा को डोनेशन के रुप में दे चुकी है करोड़ो रुपए
न्यूज डेस्क
कोरोना महामारी और तालाबंदी का प्रभाव हर तरफ दिख रहा है। तालाबंदी ने लाखों लोगों की नौकरियां छीन ली। यह सिलसिला अब भी जारी है। बड़ी कंपनियों से लेकर छोटी कंपनिया कॉस्ट कटिंग कर रही है। हर दिन हजारों लोग बेरोजगारी की चपेट में आ रहे हैं। कंपनियां बिना किसी पूर्व सूचना के लिए अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही हैं। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि इन कंपनियों के पास कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए पैसे नहीं है, लेकिन पीएम केयर फंड में देने के लिए करोड़ों रुपए हैं।
ऐसा ही एक मामला इंडिया बुल्स कंपनी का प्रकाश में आया है। इंडिया बुल्स ने अपने 2000 कर्मचारियों को वाट्सएप कॉल द्वारा नौकरी से निकाल दिया है। हैरानी की बात ये है कि इस कंपनी द्वारा हाल ही में पीएम केयर फंड में 21 करोड़ रुपए का दान दिया गया है। यह जानकारी कांग्रेस के एक नेता ने अपने ट्वीट में दी है।
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कर्नाटक में कांग्रेस के सोशल मीडिया हेड रहे श्रीवत्स ने अपने एक ट्वीट में बताया कि “इंडिया बुल्स ने अपने 2000 कर्मचारियों को वाट्सएप कॉल द्वारा नौकरी से निकाल दिया है।”
ट्वीट में यह भी बताया गया है कि इंडिया बुल्स ने पीएम केयर फंड में 21 करोड़ रुपए दान किए हैं। साल 2014 से इंडिया बुल्स भाजपा को डोनेशन के रुप में करोड़ो रुपए दे चुकी है। ट्वीट के अनुसार, 2000 परिवार परेशान हैं लेकिन अगर आप इस पर सवाल उठाते हैं तो आपके खिलाफ एफआईआर कर दी जाएगी।
IndiaBulls is sacking 2000 employees through Whatsapp calls
IndiaBulls had given ₹21 cr to PM CARES. Since 2014, Indiabulls has given crores to BJP in donations.
2000 families are suffering. But if you question about #PMCaresFraud, BJP will fire FIRpic.twitter.com/sO9A2q6EVK
— Srivatsa (@srivatsayb) May 24, 2020
इस आरोप पर इंडिया बुल्स की अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। ऐसे मामले हर दिन सामने आ रहे हैं। कहीं कर्मचारियों से जबर्दस्ती इस्तीफा मांगा जा रहा है तो कहीं बिना किसी सूचना के नौकरी से निकाल दिया जा रहा है। इतना ही नहीं कर्मचारियों के संज्ञान में लाए बिना ही उनकी सैलरी भी काटी जा रही है।
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सरकार ने तालाबंदी में काफी हद तक ढील दे दी है लेकिन हालात अभी जस के तस है। कोरोना महामारी के बढ़ते मामले की वजह से कामधाम भी शुरु करने में लोग डर रहे हैं। दो माह की तालाबंदी से कई कंपनियों की वित्तीय हालत बिगड़ गई है, जिसके चलते कंपनियों द्वारा बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है।। अब इस लिस्ट में इंडियाबुल्स का नाम भी जुड़ गया है।
इंडिया बुल्स में करीब 26 हजार कर्मचारी काम करते हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें तीन महीने का नोटिस दिए बिना नौकरी से निकाला है। पता चला है कि जो कर्मचारी नौकरी छोडऩे के लिए तैयार नहीं हुए हैं, उन्हें कंपनी ने दूर-दराज के इलाकों में ट्रांसफर कर दिया है। मतलब नोएडा में काम कर रहे कर्मचारी को दक्षिण भारत के किसी इलाके में ट्रांसफर कर दिया गया है और उन्हें 25 मई तक ड्यूटी ज्वाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। लॉकडाउन के चलते जो कि बहुत मुश्किल है।