न्यूज डेस्क
केंद्र की मोदी सरकार की ‘जनविरोधी’ नीतियों के खिलाफ लेफ्ट और ट्रेड यूनियनों ने कल देशव्यापी हड़ताल बुलाई है। विभिन्न केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने कहा है कि वे केंद्र सरकार की श्रम नीतियों और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ 8 जनवरी को ‘भारत बंद’ करेंगे।
इस संगठनों में एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, सेवा, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी समेत श्रमिक संगठन शामिल है। वहीं, भारत बंद के एलान पर डीजीपी मुख्यालय ने यूपी में अलर्ट जारी किया है।
केंद्रीय श्रमिक संगठनों साझा बयान में कहा है, “हम उम्मीद करते हैं कि आगामी 8 जनवरी, 2020 को भारत बंद में 25 करोड़ लोगों की भागीदारी होगी. इसमें सरकार द्वारा मज़दूर-विरोधी, जन-विरोधी, राष्ट्र-विरोधी नीतियों को रद्द करने की मांग की जाएगी।”
ट्रेड यूनियनों ने इस पर नाराजगी जताई कि जुलाई, 2015 से एक भी भारतीय श्रम सम्मेलन का आयोजन नहीं हुआ। इसके अलावा यूनियनों ने श्रम कानूनों की संहिता बनाने और सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण का भी विरोध किया है।