जुबिली न्यूज डेस्क
सोशल मीडिया पर कई तरह के मीम्स लोगों को इतना आहत करते हैं कि वह अपनी जान देने को मजबूर हैं. पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक बुजुर्ग के मीम वायरल हो रहे थे. क्षेत्रवासी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर व्यूज़ और लाइक्स बढ़ाने के लिए बुजुर्ग को परेशान करने लगे. इससे आहत होकर बुजुर्ग ने फांसी लगाकर जान दे दी.
फांसी पर चढ़ने से पहले भी परेशान किया
‘भंगार लेवणो है थारे’ से चर्चित हुए बुजुर्ग बाबा ने रविवार को लोहावट में लोगों की मौजूदगी में ही पेड़ पर चढ़कर फांसी लगा ली. वहां मौजूद लोग देखते रहे. जैसे ही फंदा लगाया, वहां खड़े लोग बाबा को बचाने के बजाय भाग छूटे. उनके फांसी पर चढ़ने से पहले भी कुछ युवक ने ‘भंगार लेवणो है’ कह कर बाबा को परेशान किया.
हर तरफ मजाक से घिरे बुजुर्ग बाबा ने फलौदी स्टेट हाईवे के पास ठेला छोड़ कर पेड़ पर चढ़कर फांसी लगा ली. कुछ लोगों को तो माजरा ही समझ नहीं आया और कुछ भाग गए. बाद में लोहावट पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. उसके पास मिले दस्तावेज के अनुसार भंगार वाले बाबा का असली नाम प्रताप राम चौहटन था और वह बाड़मेर के रहने वाले थे.
कैसे वायरल हुए थे भंगार बाबा
जानकारी के अनुसार, करीब 2 महीने पहले एक जापानी महिला पर्यटक मेगुनी राजस्थान घूमने आई थी. एक दिन वो अपने साथियों के साथ मारवाड़ घूमने जा रही थी. उसी दौरान भंगार का काम करने वाला एक बुजुर्ग बाबा हाथ ठेला लेकर आता दिखा. उसी दौरान जापानी पर्यटक मेगुनी के साथी इस बाबा का वीडियो बनाते हुए बोल थे कि ‘यह बोलते नहीं हैं.’ तभी बाबा बोलते हैं- ‘माथो मत खा थारे भंगार देवणो है.’
तभी वीडियो बना रहे युवक कहते हैं- बाबा पानी पीलो. बाबा कहते हैं- मेरे पास पानी घणो ही है थारे पिवणो तो पिला दु. यह कहते हुए बाबा मौके से अपने ठेले को धक्का देते हुए चले जाते हैं. लोगों ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया और वह तेजी से वायरल हो गया. लाखों लोगों ने यह वीडियो देखा, जिसके बाद से लोग बाबा को परेशान करने लगे. यह बुजुर्ग जहां कहीं दिखता, लोग बाबा का मजाक उड़ाने लगते. इससे आहत होकर बुजुर्ग ने पेड़ से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी.