जुबिली न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा के बाद से सियासत तेज हो गई है। दरअसल जिले के बोगटुई गांव में सोमवार को 8 लोगों को कथित तौर पर जिंदा जलाकर मार दिया गया था।
इस घटना के बाद से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सवाल उठ रहा है। बीजेपी, ममता बनर्जी के इस्तीफे और राज्य में केंद्रीय हस्तक्षेप की मांग कर रही है।
वहीं एक बार फिर राज्यपाल और मुख्यमंत्री आमने-सामने आ गए हैं। दोनों नेताओं के बीच एक बार फिर वार-पलटवार देखने को मिला है।
वहीं इस बीच कलकत्ता हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए बुधवार को घटना पर 24 घंटों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
वहीं आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बोगटुई गांव पहुंचीं और वहां मृतकों के परिजनों से मुलाकात की तो दूसरी ओर
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी समेत कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को शांतिनिकेतन पर ही रोक दिया गया।
#WATCH | West Bengal CM Mamata Banerjee meets the kin of those killed in #Birbhum violence. Visuals from Bagtui village, Rampurhat pic.twitter.com/iIhSQjLpu8
— ANI (@ANI) March 24, 2022
इसके अलावा भाजपा की पांच-सदस्यीय केंद्रीय टीम के भी आज ही गांव का दौरा करने का अनुमान है, लेकिन इस टीम का दौरा कितने बजे और कैसे होगा इसे लेकर कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। हालांकि जिला प्रशासन इन दौरों को लेकर सतर्क है।
क्या कहा ममता बनर्जी ने?
बुधवार को इस घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था, “इस मामले में दोषियों को बख़्शा नहीं जाएगा। विपक्षी दलों के मौके पर जाने के कारण ही मैंने अपना कार्यक्रम एक दिन आगे बढ़ा दिया है।”
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सोमवार को टीएमसी के एक नेता की हत्या के बाद आगजनी की घटना में गांव के कम से कम 8 लोगों की मौत के बाद से गांव में सियासी हलचल तेज हो गई है।
बुधवार को सीपीएम और भाजपा के प्रतिनिधि बोगटुई गांव पहुंचे थे। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेन्दु अधिकारी ने दावा किया था कि भाजपा के प्रतिनिधिमंडल को घटनास्थल पर जाने से रोकने की कोशिश की गई।
यही उत्साह अगर पुलिस उस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दौरान दिखाया होता तोह “बचाओ” की गुहार लगाती हुयी औरतें और बच्चों को आग से झुलसनेसे से बचा लिया होता।
हम पीड़ितों के परिवार वालों से मिल कर उनकी दर्द भरी फरियाद सुनने में सक्षम रहे, इस लिए हम सीबीआई और एनआई ए की जांच की मांग करते हैं। pic.twitter.com/v7KOedaKmJ— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) March 23, 2022
इसके साथ ही शुभेन्दु अधिकारी ने मामले की जांच सीबीआई और एनआईए से कराने की मांग की है।
फिलहाल गांव में अभी भी खौफ का माहौल है। बड़ी तादाद में पुलिस और रैपिड ऐक्शन फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है।
ममता और धनखड़ फिर आमने-सामने
वीरभूम हिंसा के बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ आमने-सामने आ गए हैं। राज्यपाल इसे लोकतंत्र और इंसानियत के लिए शर्मसार कर देने वाली घटना बता रहे हैं।
धनखड़ के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया गया है जिसमें वो राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर भड़कते भी नजर आ रहे हैं।
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने धनखड़ को मामले पर ‘अनुचित बयान’ देने से परहेज करने के लिए कहा है। सीएम ने धनखड़ को एक चि_ी लिख कर कहा है कि ‘प्रशासन को निष्पक्ष जांच करने दीजिए।’
इस पत्र में ममता बनर्जी ने लिखा, ‘ये बहुत दुख की बात है कि आपने 21 मार्च को रामपुरहाट में हुई घटना जिसमें कई लोगों की जान गई, उसे राज्य की कानून- व्यवस्था पर व्यापक और अनावश्यक टिप्पणी करने के लिए चुना।”
Governor West Bengal Shri Jagdeep Dhankhar reaction on worst in recent memory grisly carnage at Rampurhat, where six women and two children were burnt alive. Barbarity of dastardly act shames humanity and democracy. pic.twitter.com/MxQDBgBobO
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) March 23, 2022
ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक और वीडियो संदेश में राज्यपाल धनखड़ ने इस घटना को “भयानक हिंसा और आगजनी का तांडव” बताया और कहा कि उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव से इस घटना पर तत्काल अपडेट मांगा है।
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उन्होंने कहा कि राज्य को हिंसा और अराजकता की संस्कृति का पर्याय नहीं बनने दिया जा सकता। अपने बयान में राज्यपाल ने राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रशासन को “पक्षपातपूर्ण हितों से ऊपर उठने की जरूरत है और यह होता नहीं दिख रहा है।”
WB Guv
Response to Hon’ble CM Mamata Banerjee on worst in recent memory grisly carnage at Rampurhat, where six women and two children were burnt alive.
This savagery is being justifiably compared by many to incidents in the state few years ago, while HCM was in opposition. pic.twitter.com/Z7vXiVdLFP
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) March 23, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने इस हिंसा पर क्या कहा?
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस मामले में टिप्पणी की। कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में वर्चुअल माध्यम से एक गैलरी का उद्घाटन करते समय उन्होंने बीरभूम में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा, “सबसे पहले मैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं, अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं आशा करता हूं कि राज्य सरकार बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी.”
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य सरकार को कहा कि अगर अपराधियों को सजा दिलाने में कोई मदद चाहिए तो भारत सरकार उसके लिए तैयार है।
#WATCH | I express my condolences over Birbhum violence, WB. Whatever help is needed to book culprits, I assure all possible help from Centre to State. I hope state govt takes strict action against culprits, & those who encourage such criminals should not be forgiven too: PM Modi pic.twitter.com/AEXKAew4JP
— ANI (@ANI) March 23, 2022