जुबिली न्यूज डेस्क
कर्नाटक के बेल्लारी में कोरोना से जंग हार चुके लोगों के शवों के साथ बदसलूकी का वीडियो सामने आया है। शवों को दफनाने के वक्त उन्हें गड्ढे में फेंकते हुए देखा गया है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस घटना पर कांग्रेस और जेडीएस ने कर्नाटक की बीजेपी सरकार की आलोचना की है।
वीडियो में नजर आ रहा है कि एक-एक कर एम्बुलेंस से शवों को निकाला गया और बेदर्दी से गड्ढे में कूड़े की तरह फेंक दिया गया। वीडियो में पीपीई सूट पहने कर्मचारी गड्ढे में शव डालते दिख रहे हैं। पास ही एक जेसीबी मशीन भी दिख रही है। अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि इन शवों के लिए इसी जेसीबी से गड्ढा खोदा गया था। सरकारी कर्मचारियों के ऐसे बर्ताव पर राजनीतिक दल भी नाराजगी जता रहे हैं।
BEWARE!
By chance, if you or your family members die because of COVID-19, this is how the BJP Govt. in Karnataka throws away your body with many others into a single pit!
This is the ‘well-planned COVID management’ that the Govt. talks about everyday in the media! pic.twitter.com/jwIfhrcjN1— Janata Dal Secular (@JanataDal_S) June 30, 2020
कांग्रेस और जेडीएस ने कर्नाटक की बीजेपी सरकार को घेर लिया। जेडीएस ने अपने ट्वीट में लिखा, ”सावधान हो जाइये, अगर खुदा ना खास्ता आपका या आपके परिवार का कोई सदस्य कोविड-19 से मर जाता है तो कर्नाटक की बीजेपी सरकार इस तरह शव को अन्य शवों के साथ एक गड्ढे में फेंक देती है।” जेडीएस ने पूछा कि क्या यही वैल मैनेजमेंट है, जिसकी हर दिन मीडिया में चर्चा की जाती है।
कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार ने भी येदियुरप्पा सरकार को घेरा और ट्वीट में लिखा, ”बेल्लारी में कोरोना मरीजों के शवों को ऐसी अमानवीयता से गड्ढे में फेंका जाना विचलित करने वाला है। इससे पता चलता है कि सरकार कोरोना संकट को किस तरह संभाल रही है। मैं बीजेपी सरकार से अपील करता हूं कि वो इसपर संज्ञान ले।”
मामले ने तूल पकड़ा तो बेल्लारी प्रशासन भी हरकत में आया। बेल्लारी के डीसी ने बताया कि मैंने वीडियो देखने के बाद जांच के आदेश दे दिए हैं। पहली नजर में ऐसा लगता है कि प्रोटोकॉल का पालन हुआ है लेकिन मानवता के लिहाज से देखा जाए तो जो हुआ वो गलत है। मृतकों के शवों के साथ सम्मान से पेश आना चाहिए।
हालांकि, कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलु ने कहा है कि जो स्वास्थ्यकर्मी इस घटना में शामिल थे, उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों को ऐसा करते वक्त प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
वहीं, मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी घटना पर हैरानी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि कोविड पीड़ित लोगों के शवों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों का ऐसा बर्ताव अमानवीय और दर्दनाक है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्यकर्मियों से अपील करते हुए कहा कि मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है, लिहाजा शवों का अंतिम संस्कार सम्मान के साथ करें।