जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी से निकाले जाने के बाद नकुल दुबे ने बसपा सुप्रीमो मायावती का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि आपने आज मुझे सर्व समाज को न्याय दिलाने की मुहीम चलाने के लिए मुक्त कर दिया. उन्होंने कहा कि बसपा से मेरा निष्कासन वास्तव में मेरे और मेरे समाज के साथ न्याय है.
पार्टी से निष्कासन के बाद पत्रकारों से मुखातिब उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने कहा कि मायावती ने मुझ पर यह आरोप मढ़ा है कि 2022 का विधानसभा चुनाव मेरे गलत फीडबैक की वजह से पार्टी की हार हुई जबकि हकीकत यह है कि न मैं मायावती से मिला, न उनसे कोई बात हुई और न ही मैं समीक्षा बैठक में गया तो फिर गलत फीडबैक कब दिया.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने नकुल दुबे को पार्टी से निष्कासन का कारण पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होना बताया. मायावती ने नकुल दुबे को अनुशासनहीन भी कहा. नकुल दुबे बसपा का बड़ा ब्राह्मण चेहरा रहे हैं. उन्हें मायावती और सतीश चन्द्र मिश्रा का बेहद करीबी माना जाता है. 2022 में हुए चुनाव में नकुल दुबे को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की ज़िम्मेदारी दी गई थी.
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