जुबिली स्पेशल डेस्क
उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव से पहले बीजेपी को लगातार झटका लग रहा है। पांच साल सत्ता में रहने वाली बीजेपी के अपने कुनबे में सेंध लगती नजर आ रही है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी से नेताओं के पार्टी छोडऩे का क्रम लगातार जारी है।
बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह ने अचानक से योगी सरकार से किनारा किया तो लगने लगा कि बीजेपी में अभी और विकेट गिरेंगे। अब बिधूना से बीजेपी विधायक विनय शाक्य ने इस्तीफा दे देकर सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है।
इसके बाद योगी सरकार के एक और मंत्री धर्म सिंह सैनी ने सरकारी आवास और सुरक्षा लौटाकर अपने इरादे जता दिए है। वहीं शिकोहाबाद के विधायक मुकेश वर्मा ने भी बीजेपी से किनारा करते हुए इस्तीफा दे दिया है।
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ऐसे में देखा जाये तो अब तक कुल 13 विधायकों ने भाजपा छोड़ी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों और विकेट गिर सकते हैं। इन इस्तीफों से योगी सरकार की मुश्किलें जरूर बढ़ सकती है क्योंकि इसका सीधा असर ओबीसी वोट बैंक पर पड़ सकता है।
सपा और बीजेपी दोनों की पूरी नजर ओबीसी वोट पर है। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इसी के सहारे प्रचंड जीत हासिल की थी। बीजेपी ने गैर यादव ओबीसी जातियों जैसे कुर्मी, मौर्य, शाक्य, सैनी, कुशवाहा, राजभर और निषाद नेताओं को सहारे सत्ता में आई थी।
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अखिलेश यादव को वनवास झेलना पड़ा था लेकिन अब वहीं वोट बैंक वापस सपा में जाता नजर आ रहा है। अब देखना होगा कि बीजेपी अगला कदम क्या उठाती है।
भाजपा छोड़ने वाले विधायकों की सूची
- स्वामी प्रसाद मौर्य
- भगवती सागर
- रोशनलाल वर्मा
- विनय शाक्य-
- अवतार सिंह भाड़ाना
- दारा सिंह चौहान
- बृजेश प्रजापति
- मुकेश वर्मा
- राकेश राठौर
- जय चौबे
- माधुरी वर्मा
- आर के शर्मा
- बाला प्रसाद अवस्थी