जुबिली स्पेशल डेस्क
महाराष्ट्र में जून 2022 में शिवसेना के तोडऩे के मामले में सीएम और उनके विधायकों के खिलाफ अयोग्यता केस पर स्पीकर का फैसला आ गया है लेकिन उससे पहले ही शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, कि विधानसभा स्पीकर का एक प्रोटोकॉल होता है।
अगर विधानसभा स्पीकर एक पीठासीन पद पर बैठे हैं तो अपनी कुर्सी छोडक़र, जो आरोपी है और जिनपर हमने याचिका दायर की है, उनसे जाकर मुलाकात नहीं कर सकते।
फिर वे कहते हैं कि वे फैसला देंगे, यह कौनसा फैसला है। यह मैच फिक्सिंग है। पीएम मोदी महाराष्ट्र आने वाले हैं, क्या उन्हें पता नहीं है कि फैसला आने वाला है। दिल्ली से लेकर यहां तक इस मामले में मैच फिक्सिंग हो रही है। सांसद संजय राउत ने कहा, कि हमारा कहना है कि इस राज्य के मुख्यमंत्री गैरकानूनी तरीके से सत्ता में बैठे हैं। वे हमारे हिसाब से एक अपराधी हैं।
आज फैसला है और देश के प्रधानमंत्री 12 जनवरी को महाराष्ट्र आ रहे हैं। इसका मतलब क्या है? अगर आपको पता है कि आज फैसला आने वाला है, संविधान कहता है कि ये सरकार गैरकानूनी है, संविधान के हिसाब से फैसला हो तो सरकार गैरकानूनी हो सकती है और सरकार बर्खास्त हो सकती है। फिर भी पीएम यहां आ रहे हैं, इसका मतलब पीएम को फैसले के बारे में जानकारी है।