जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी कैबिनेट के विस्तार के ठीक पहले ही योगी सरकार में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि अब वे 75 वर्ष के होने जा रहे हैं। पार्टी की रीति- नीति के अनुसार वे अपना त्याग पत्र बीजेपी नेतृत्व को दो दिन पहले ही सौंप चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार नंद गोपाल नंदी, चेतन चौहान, मुकुट बिहारी वर्मा, अर्चना पांडेय, स्वाति सिंह और अनुपमा जायसवाल ने भी इस्तीफा दे दिया है। सीएम और पार्टी नेतृत्व इन नेताओं के कामकाज से असंतुष्ट बताए जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि उन्होंने उम्र सीमा को आधार बताते हुए ये इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि बढ़ती उम्र के चलते वह इस्तीफा दे रहे हैं, जिसे उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी जगह कुछ नए और योग्य चेहरों को काम करने का अवसर दिया जाए। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ पार्टी संगठन के लिए काम करते रहने की बात कही है।
आपको बता दे कि राजेश अग्रवाल 2017 के विधानसभा चुनाव में वह बरेली कैंट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। रुहेलखंड यूनिवर्सिटी से पढ़े राजेश अग्रवाल का जन्म 18 सितंबर 1943 को हुआ था। वे पेशे से व्यापारी हैं और 2004 से 2007 तक वह उत्तर प्रदेश विधानसभा के डिप्टी स्पीकर भी रहे।
राजधानी में आज फिर इस बात को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है कि बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे योगी मंत्रिपरिषद का विस्तार हो सकता है। हालांकि अभी तक इसकी कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।
फिर भी मंत्रिपरिषद के विस्तार में एक दर्जन से अधिक नये चेहरों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। कुछ राज्य मंत्रियों का ओहदा बढ़ाकर उन्हें कैबिनेट स्तर भी दिया जा सकता है। कुछ मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल की संभावना है।