जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। तालिबान ने अफगानिस्तान पर पूरा कब्जा कर लिया है और अब बहुत जल्द वहां पर अपनी सरकार बनाने जा रहा है। ऐसे में सवाल है तालिबान का राज कैसा होगा?
इतना ही नहीं तालिबान के राज में महिलाओं के साथ कैसा बर्ताव किया जायेगा… ये कुछ सवाल है जिसका जवाब अब तालिबान ने खुलकर दिया है। अफगानिस्तान पर पूरा कब्जा करने के बाद पहली बार तालिबान ने अपनी जु़बान खोली है और सारे सवालों का जवाब दिया है।
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने पहली बार मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखी है। मंगलवार को काबुल से तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दुनिया के सामने अपनी बात रखी है।
इस दौरान उसने विश्व के सामने दस वादे भी कर डाले हैं। इन वादों में उसने कई तरह की बाते कही है। तालिबान चाहता है कि उसे विश्व स्तर पर मान्यता मिले इसके लिए उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसकी गुहार लगायी है।
तालिबान ने अफगानिस्तान में मौजूद दूतावासों को भी नुकसान नहीं पहुंचाने का भरोसा दिलाया है। इस दौरान उसने महिलाओं, प्रेस को कुछ नियमों के साथ वह छूट देने का वादा कर डाला है।
तालिबान ने कहा कि वह अफगानिस्तान में ऐसी सरकार चाहता है जिसमें सभी पक्ष शामिल हों। साथ उसने अपने पड़ोसियों और वैश्विक समुदाय को आश्वास्त किया कि वह अपनी जमीन से किसी को भी किसी भी तरह का नुकसान नहीं होगा।
एक सवाल के जवाब में तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि विचारधारा और विश्वास पहले की तरह हैं क्योंकि वे मुसलमान है। लेकिन अनुभव के संदर्भ में एक बदलाव है – वे अधिक अनुभवी हैं और एक अलग दृष्टिकोण रखते हैं।
महिलाओं को लेकर तालिबान ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि उसके राज में महिलाओं को इस्लाम के आधार पर उनके अधिकार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उसने साथ यह भी कहा है कि महिलाएं स्वास्थ्य क्षेत्र और दूसरे क्षेत्रों काम कर सकती है। इतना ही नहीं उसने कहा है कि महिलाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।