सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लखनऊ में इन दिनों सैयद मोदी बैडमिंटन चैम्पियनशिप चल रही है। बैडमिंटन की ये बड़ी प्रतियोगिता का आयोजन हर साल किया जा रहा है।
15 साल से इस प्रतियोगिता का लगातार आयोजन किया जा रहा है। उस दौर में सायना और श्रीकांत जैसे खिलाडिय़ों की धमक न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में थी लेकिन दोनों ही खिलाड़ी इस बार नजर नहीं आयेंगे। पहली बार ये प्रतियोगिता अखिलेश दास की पहल पर साल 2009 में आयोजित की गई थी और इसके बाद से लगातार आयोजित की जा रही है।
अगर गौर करें तो लखनऊ में आज खेलों के अंतरराष्ट्रीय मंच देने का काम अखिलेश दास ने किया था। हालांकि अब वो इस दुनिया में नहीं है लेकिन आज भी इस प्रतियोगिता को बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा रहा है। उस दौर में लखनऊ खेलों की दुनिया में इतनी पहचान नहीं रखता था।
केडी सिंह बाबू स्टेडियम में 90 के दशक में एक टेस्ट मुकाबले का आयोजन किया जा चुका था। उसके बाद यहां पर रणजी के मुकाबले आयोजित होते थे वो डॉ. अखिलेश दास स्टेडियम में। ऐसे में बड़ी प्रतियोगिता के नाम पर सैयद मोदी बैडमिंटन और टेबल टेनिस का आयोजन किया गया था। उस दौर में लोग सायना और सिंधु के साथ-साथ ज्वाला गुट्टा की एक झलक देखने के लिए बाबू बनारसी दास बैडमिंटन परिसर में खींचे चले आते थे। आलम तो ये था कि फाइनल मुकाबले में बैडमिंटन अकादमी में कदम रखने की जगह नहीं होती थी।
हालांकि अब लखनऊ खेलों का नया हब जरूर बन गया है। इकाना स्टेडियम बनने के बाद यहां पर लगातार आईपीएल और इंटरनेशनल क्रिकेट का आयोजन हो रहा है।
साल 2018 में यहां पर भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी-20 का मैच लखनऊ के इकाना स्टेडियम पर आयोजन किया गया और इसके बाद से यहां पर आईपीएल मैचों का आयोजन किया जा रहा है। कुल मिलाकर मोदी बैडमिंटन को सफल बनाने के लिए आयोजक अब भी लगातार मेहनत कर रहे हैं और बैडमिंटन अकादमी में एंट्री फ्री कर रखी है।