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बीएड करने के लिये अब ग्रेजुएशन करना जरूरी नहीं होगा, जल्द ही 12वीं के बाद बीएड कर सकेंगे। चार वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम के लिये नेशनल कॉउन्सिल फ़ॉर टीचर ने सहमति जता दी है। इस बीएड के लिये नये पाठ्यक्रम के लिये भी मुहर लग चुकी है, इस नये पाठ्यक्रम के अनुसार अब छात्र पांच वर्ष की जगह चार वर्ष में ही बीएड का पाठ्यक्रम पूरा कर सकेंगे। पहले स्नातक करने के बाद बीएड में दाखिला मिलता था और बीएड का पाठ्यक्रम दो वर्षीय होता था। इस पूरी प्रक्रिया में छात्रों को पाँच साल लगते थे,लेकिन अब केवल चार साल में ही छात्र बीएड को पूरा कर सकेंगें।
किन कॉलेजों को मिलेगी बीएड के इस नये पाठ्यक्रम की मान्यता
बीएड के इस नये पाठ्यक्रम के उन्हीं कॉलेजों को मान्यता दी जायेगी जिनमें पहले से ही कला,विज्ञान,कॉमर्स में स्नातक या स्नाकोत्तर की पढ़ाई हो रही हो।
जानें क्या-क्या होंगे नियम
इस नये पाठ्यक्रम के अनुसार इसमें सेमेस्टर वाइज पढ़ायी होगी,यानी साल में 250 दिन कक्षाएं लगेंगी तथा 40 घंटे की कक्षाएं एक हफ़्ते में अनिवार्य होंगी। इसके अलावा पाठ्यक्रम में 80 फ़ीसद उपस्थिति अनिवार्य है तथा इस पाठ्यक्रम में दाखिले के लिये इंटर में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक ज़रूरी है।
नियुक्त होंगे पार्टटाइम शिक्षक
इस पाठ्यक्रम के लिये कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति पार्टटाइम के रूप में की जायेगी। इसके अलावा कॉलेजों में कला,संगीत,खेल की कक्षाएं भी नियमित चलेंगी इसके लिये भी शिक्षक पार्टटाइम ही नियुक्त किये जायेंगे।