जुबिली स्पेशल डेस्क
काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान ने अपनी जड़े मजबूत कर ली है। इतना ही नहीं पूरे अफगानिस्तान में उसका कब्जा हो चुका है और वो वहां पर बहुत जल्द नई सरकार गठन करने की तैयारी में है।
हालांकि तालिबान के कब्जे के बाद से अफरातफरी का माहौल है। लोगों का देश छोडक़र जाने का सिलसिला जारी है। इस बीच तालिबान ने सरकार गठन की तैयारी तेज कर दी है।
भले ही तालिबान ने पूरे अफगानस्तिान में कब्जा करने का दावा कर रही है लेकिन पंजशीर अब भी तालिबान की पकड़ से दूर है। उधर तालिबान के खिलाफ मोर्चा खोल चुके अमरुल्ला सालेह लगातार चुनौती दे रहे हैं।
उधर पंजशीर के अलग-अलग इलाकों में तालिबान द्वारा घुसपैठ करने की कोशिश की है। हालांकि इस दौरान नॉर्दर्न एलायंस और तालिबान के बीच जोरदार जंग देखने को मिल रही है। नॉर्दर्न एलायंस की माने तो तालिबान घुसपैठ करने की पूरी कोशिश कर रहा है लेकिन उसे नाकाम किया जा रहा है। इतना ही नहीं नॉर्दर्न एलायंस का कहना है कि पंजशीर की हर एंट्री उसकी पैनी नजर है।
दोनों के बीच जमकर गोलीबारी की खबर है। न्यूज एजेंसी की माने तो इस मुठभेड़ 40 से अधिक तालिबानी लड़ाकों के ढेर होने का दावा नॉर्दर्न एलायंस कर रहा है।
नॉर्दर्न एलायंस ने बताया है कि 40 से अधिक तालिबानी लड़ाकों के शव पड़े हैं, बाद में हमने उन्हें वापस लौटाने की कोशिश की। हालांकि अच्छी बात यह है कि गुरुवार को दोनों पक्षों में कोई गोलीबारी नहीं होने की बात कही जा रही है।
पंजशीर में जंग तेज है लेकिन तालिबान के सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि अस्तपालों में अब भी लोग काम पर नहीं लौटे हैं ऐसे में उसके लड़ाकों का काबुल में इलाज नहीं हो पा रहा है। दोनों के बीच समझौते की पूरी कोशिश की गई लेकिन नहीं हो सका। इस वजह से जंग हो रही है।