न्यूज़ डेस्क
गाय को लेकर अब अधिकारियों के बीच आपस में ठनी हुई है। बरेली के मेयर उमेश गौतम और 25 पार्षदों सहित करीब 50 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मुकदमा बरेली में नगर स्वास्थ्य अधिकारी संजीव प्रधान ने सरकारी कार्य में बाधा डालने और सरकारी आदेश पर जबरन साईन कराने के साथ ही अभद्रता करने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया है।
जानकारी के अनुसार, नगर निगम ने एक गाय को सोमवार को पकड़ लिया था। इसको लेकर मेयर उमेश गौतम ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को 1500 रुपए जुर्माना लेकर छोड़ने के लिए कहा था। लेकिन नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने पांच हजार जुर्माने की बात कही। इसी बात को लेकर मेयर भड़क गये और उनसे अभद्रता कर बेठे।
इतना ही नहीं मेयर ने नगर आयुक्त को भी जमकर खरी खोटी सुनाई। मेयर के इस बर्ताव से नाराज अधिकारियों ने मेयर और 25 पार्षदों सहित 50 लोगों पर बरेली कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया है।
इससे पहले गायों की मौत को लेकर हाल ही में मुख्यमंत्री ने कई जिलों के अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। सीएम ने अयोध्या, हरदोई, रायबरेली, मिजार्पुर, प्रयागराज और सीतापुर सहित कई जिलों के डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर कार्रवाई की और सस्पेंड कर दिया। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी है कि अगर लोग ऐसे ही लापरवाही करेंगे तो लोगों पर गोवध अधिनियम और पशु क्रूरता निवारण के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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इसके अलावा गोशालाओं में उचित इंतजाम न होने के चलते सीएम ने अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गोशाला के संचालन, निरीक्षण और देखभाल की जिम्मेदारी डीएम और सीडीओ की होगी। उन्होंने सभी जिलों के डीएम से कहा है कि वे गोशालाओं का निरीक्षण कर व्यवस्था दुरुस्त करें।
जो गौ पालक दूध निकाल कर पशुओं को सड़कों पर छोड़ देते हैं, उनके खिलाफ जुर्माने और दंड की कार्रवाई करें। वहीं बेसहारा गोवंश रखने पर गौ पालकों को 900 रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे।