जुबिली न्यूज डेस्क
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के लिए बीती रात काफी भयावह रही। बीती रात को दुनिया के कई बड़े बड़े हस्तियों के ट्विटर अकाउंट हैक कर लिए गये। इसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स, दुनिया के सबसे अमीर और इन्वेस्टमेंट गुरु वारेन बफे शामिल हैं।
यही नहीं इसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार जो बिडेन का ट्विटर हैंडल भी हैक कर लिया गया है। आईफोन की बनाने वाली कंपनी एप्पल भी इस साइबर अटैक के शिकार हुए हैं।
ये किया ट्वीट
ट्विटर हैकरों ने माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स के ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया। इसके बाद ट्वीट किया कि, ‘हर कोई मुझसे वापस देने को कह रहा है और अब समय आ गया है। मैं अगले 30 मिनट तक बीटीसी एड्रेस पर भेज गए सभी पेमेंट को दोगुना कर रहा हूं। आप एक हजार डॉलर भेजिए और मैं आपको दो हजार डॉलर वापस भेजूंगा।’
ये ट्वीट करने के कुछ ही देर बाद में उनके अकाउंट से इस मैसेज को डिलीट कर दिया गया, लेकिन इसके कुछ देर बाद कई और दिग्गजों के अकाउंड भी हैक होने शुरू हो गए।
बिटकॉइन घोटाले से जुड़े हैं तार!
बताया जा रहा है कि बिटकॉइन घोटाले से जुड़े ट्विट किए जा रहे हैं। और इन ट्वीट में सभी दिग्गजों से बिटकॉइन में डोनेट करने के लिए कहा जा रहा है। ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया जा रहा है कि अगर वो यहां पैसा लगाते हैं तो उसे बीटीसी खाते में दोगुना कर दिया जाएगा।
हो रही जांच
ट्विटर अकाउंट हैक होने के थोड़ी ही देर के बाद ट्विटर ने एक बयान जारी किया। इस बयान में उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और इस बारे में अपडेट कर दिया जाएगा। ऐसा भी बताया जा रहा है कि इस हैकिंग के दौरान कुछ ही देर में सैकड़ों लोगों ने हैकरों को लाखों डॉलर भेज दिए।
We are aware of a security incident impacting accounts on Twitter. We are investigating and taking steps to fix it. We will update everyone shortly.
— Twitter Support (@TwitterSupport) July 15, 2020
कितना हुआ नुकसान?
कई बड़े ट्विटर अकाउंट को हैक करने के बाद ट्वीट किया गया, ऐसे में हर कोई हैरान हो गया. साइबर सिक्योरिटी हेड करने वाले अल्पेरोविच का कहना है कि आम लोगों को कुछ हद तक नुकसान पहुंचा है. इस हैक के बीच हैकर्स करीब 300 लोगों से 1 लाख 10 हजार डॉलर बिटक्वाइन निकाल पाए हैं.
क्या है बिटकॉइन?
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी है. ये दूसरी करेंसी जैसे डॉलर, रुपये या पाउन्ड की तरह इस्तेमाल होती है. ऑनलाइन पेमेंट के अलावा इसको डॉलर और दूसरी एजेंसी में भी एक्सचेंज किया जा सकता है. ये एक डिजिटल करेंसी है, जिसे डिजिटिल बैंक में ही रखा जा सकता है. ये करेंसी बिटकॉइन के रूप में साल 2009 में चलन में आई थी. इन्वेस्टमेंट के हिसाब से ये काफी लुभावना लगता है
गौरतलब है कि ऐसा पहली बार नहीं जब ट्विटर में हैकिंग का मामला सामने आया हो. इससे पहले भी कई बार कुछ देशों में हैकिंग सामने आई है, लेकिन तब किसी एक बड़े अकाउंट या कुछ अकाउंट को ही टारगेट किया जाता था. लेकिन इस बार बड़ी संख्या में लोगों को टारगेट किया गया और इस बार का मकसद भी एक तरह से चूना लगाना था.