न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक के बाद अब एक और सरकारी बैंक इलाहाबाद बैंक ने भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड (बीपीएसएल) कंपनी द्वारा करीब 1,775 करोड़ रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी की बात कही है।
कंपनी और इसके निदेशकों के खिलाफ फोरेंसिक ऑडिट जांच के नतीजे और सीबीआई की एफआईआर के आधार पर इलाहाबाद बैंक ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को दी गई अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बैंकिंग व्यवस्था से फंड का हेरफेर किया गया और 1,774.82 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई।
बीते हफ्ते ही पीएनबी ने 3,805.15 करोड़ की धोखाधड़ी की शिकायत आरबीआई से की थी। इसमें कहा गया था कि फोरेंसिक ऑडिट में सामने आया है कि कंपनी ने कर्जदाता बैंकों के समूह से फंड जुटाने के लिए दस्तावेजों और खातों में हेरफेर किया। बैंक ने इसकी सूचना आरबीआई के साथ शेयर मार्केट को भी दी थी।
इस संदर्भ में इलाहाबाद बैंक ने कहा कि भूषण स्टील कंपनी ने उसके फंड का दुरुपयोग किया और बहीखातों में गड़बड़ी दर्शाई, ताकि कर्ज देने वाले बैंकों के समूह से पैसे जुटा सके। माना जा रहा है कि अभी कुछ और बैंक भी बीपीसीएल द्वारा की गई धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं। दरअसल, सीबीआई ने अप्रैल में शिकायत दर्ज की थी, जिसमें कई कर्ज देने वाले बैंकों के नाम हैं।
सीबीआई के मुताबिक, बीपीसीएल ने करीब 2,348 करोड़ रुपए अपने निदेशकों और स्टाफ के जरिए पीएनबी (आईएफबी नई दिल्ली, आईएफबी चंडीगढ़), ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (कोलकाता), आईडीबीआई बैंक (कोलकाता) और यूको बैंक (आईएफबी कोलकाता) के लोन खातों से 200 से ज्यादा फर्जी कंपनियों के खातों में डाले।