न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। देश के विभिन्न बैंक यूनियनों ने 10 सार्वजनिक क्षेत्र (पीएसयू) के बैंकों के विलय के सरकारी फैसले के विरोध में संसद के सामने 10 दिसम्बर को धरना देने का ऐलान किया है।
बैंक संघों ने जारी एक बयान में कहा कि देश सहित विदेशों में बैंकों के विलय का अनुभव स्पष्ट रूप से दिखा रहा है कि किसी भी हितधारक को कोई लाभ नहीं हुआ है।
ये भी पढ़े: 75% लोग वेतन से नहीं संतुष्ट, फिर बॉस के व्यवहार से कैसे खुश
ये भी पढ़े: सुस्ती से नौकरियों पर गहराया संकट, यहां 35 लाख हुए बेरोजगार
संघों के अनुसार सरकार प्रतिकूल प्रभाव के बावजूद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय की नीति को आगे बढ़ा रही है। इसके विरोध में आगामी 10 दिसम्बर को विभिन्न बैंक यूनियनों के बैनर तले संसद के सामने धरना दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने गत अगस्त माह में कम और मजबूत वैश्विक आकार के बैंकों को बनाने के लिए 10 सार्वजनिक क्षेत्र के उधारदाताओं को चार में विलय करने की अपनी योजना की घोषणा की थी।
ये भी पढ़े: गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा- ई-सिगरेट पर पूर्ण प्रतिबंध लगाएं