लखनऊ. बैंक आफ बड़ौदा ने वित्तीय वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में 3853 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ प्राप्त किया है जो किसी भी तिमाही के लिए अब तक का सर्वोच्च है। तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ साल दर साल के आधार पर 75.4 फीसदी बढ़ा है।
शुक्रवार को बैंक आफ बड़ौदा ने 31 दिसंबर 2022 को समाप्त हुयी तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणामों का एलान किया।
परिणामों का एलान करते हुए प्रबंध निदेशक एवं सीईओ संजीव चढ्ढा ने बताया कि बैंक आफ बड़ौदा ने 31 दिसंबर 2022 तक वर्ष दर वर्ष आधार पर 18.5 फीसदी की वृद्धि के साथ 2073385 करोड़ रुपये का कुल व्यवसाय किया है। चालू वित्त वर्ष के 9 महीनों में शुद्ध लाभ वर्ष दर वर्ष आधार पर 69.9 फीसदी की वृद्धि के साथ 9334 करोड़ रुपये रहा है। तीसरी तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय में 26.5 फीसदी जबकि 9 महीनों में 24.2 फीसदी बढ़ी है।
बैंक आफ बड़ौदा का परिचालन लाभ तीसरी तिमाही में वर्ष दर वर्ष आधार पर 50.1 फीसदी वृद्धि के साथ 8232 करोड़ रुपये रहा है। इस अवधि में वैश्विक अग्रिम वर्ष दर वर्ष आधार पर 19.7 फीसदी बढ़े हैं।
तीसरी तिमाही में सकल एनपीए 4.53 फीसदी जबकि शुद्ध एनपीए 0.99 फीसदी पर रहा है। आर्गेनिक रिटेल अग्रिम में 29.4 फीसदी की बढ़त दर्ज हुयी है जिसमें आटो लोन 27.5, होम लोन 19.6, पर्सनल लोन 169.6 और शैक्षिक लोन में 24.1 फीसदी की वृद्धि रही है। संजीव चढ्ढा ने बताया कि कुल व्यवसाय के आधार पर बैंक आफ बड़ौदा अब भारत का दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बन गया है।