जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंक ऑफ बड़ौदा को दिसम्बर 2021 में समाप्त हुई तीसरी तिमाही के दौरान बीते साल के मुकाबले दोगुना मुनाफा हुआ है. बैंक ने दिसम्बर की तिमाही में 2197 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है जबकि बीते साल इसी अवधि में यह मुनाफा 1061 करोड़ रुपये का था.
चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों को देखें तो बैंक ऑफ बड़ौदा का शुद्ध लाभ बीते साल की इसी अवधि के मुकाबले तीन गुना तक बढ़ गया है. बैंक के कुल एनपीए में 123 अंको की गिरावट दर्ज की गयी है. बैंक ऑफ बड़ौदा का एनपीए दिसम्बर 2020 के 8.48 फीसदी के मुकाबले दिसम्बर 2021 में गिरकर 7.25 फीसदी पर पहुंच गया है. शुद्ध एनपीए में गिरावट 2.39 फीसदी की जगह 2.25 फीसदी रही है.
बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) संजीव चढ्ढा ने वित्तीय परिणामों की जानकारी देते हुए शनिवार को बताया कि 2021-22 की तीसरी तिमाही के दौरान कुल आय बढ़कर 20482.26 करोड़ रुपये हो गयी है जो बीते साल इसी अवधि में 20407.45 करोड़ रुपये थी. इसी अवधि में ब्याज से होने वाली आय बढ़कर 17963 करोड़ रुपये हो गयी है जो कि एक साल पहले की तिमाही में 17496.71 करोड़ रुपये थी.
तीसरी तिमाही में शुद्ध ब्याज आय सालाना आधार पर 14.38 फीसदी की बढ़त के साथ 8552 करोड़ रुपये रही है जोकि बीते साल इसी अवधि में 7477 करोड़ रुपये थी. बैंक ऑफ बड़ौदा की परिचालन आय सालाना आधार पर 6.57 फीसदी बढ़कर तीसरी तिमाही में 11071 करोड़ रुपये रही है. चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में परिचालन आय बीते साल के मुकाबले 10.57 फीसदी बढ़ी है.
तीसरी तिमाही में ही बैंक ने अपने खराब ऋण अनुपात (एनपीए) में सुधार दर्ज किया है. दिसम्बर 2020 के अंत में एनपीए 8.48 फीसदी था जो दिसम्बर 2021 में सकल अग्रिम के 7.25 फीसदी तक गिरकर पहुंच गया है.
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