जुबिली न्यूज डेस्क
किसान आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहे बलबीर सिंह राजेवाल को पंजाब के किसान संगठनों ने यूनाइटेड फ्रंट का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दिया है।
सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन की बातचीत चल रही है। पंजाब के 32 किसान संगठनों में से करीब 25-26 शनिवार को आगामी पंजाब चुनाव को लेकर चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।
सबसे अधिक संभावना है कि वे राजनीतिक मोर्चा की घोषणा करेंगे, जो 2022 में राज्य विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगा।
भाकियू के प्रमुख बलबीर सिंह राजेवाल पंजाब विधानसभा चुनाव में संयुक्त किसान मोर्चा का चेहरा होंगे। हरमीत सिंह कादियान जैसे युवा नेता भी चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगे।
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वहीं मालवा बेल्ट के एक किसान नेता ने इंडिया टुडे से कहा, गठबंधन या सीट बंटवारे के बारे में बातचीत चल रही है। हम अभी तक एक आम राय पर नहीं पहुंचे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही एक राय बन जाएगी। समझौता हो जाएगा।
पंजाब के एक अन्य किसान नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हम करीब 35-45 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे या फिर आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन किया जा सकता है।
इस बीच बीकेयू उग्रां, बीकेयू सिद्धूपुर, बीकेयू क्रांति, क्रांति किसान यूनियन जैसे संगठन पंजाब के किसान संगठनों के एकजुट राजनीतिक मोर्चे से दूर रह रहे हैं, जबकि कीर्ति किसान यूनियन जैसे अन्य लोगों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि चुनावी अखाड़े में प्रवेश करते समय इन संगठनों को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बैनर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
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कीर्ति किसान संघ के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमने किसान संगठनों के यूनाइटेड फ्रंट को चुनाव लडऩे के दौरान एसकेएम के बैनर का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है। इसके साथ ही उन्हें हमारा समर्थन सशर्त होगा। अगर वे किसी राजनीतिक दल के साथ आधिकारिक गठबंधन करते हैं, तो हम अपना समर्थन वापस ले लेंगे।