जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली. देश के शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया ने खेलमंत्री को लिखी चिट्ठी को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए यह बताने की कोशिश की है कि आंदोलकारी रेसलर्स ने आगामी एशियाई खेलों और वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी के लिए कुछ समय मांगा था ना कि ट्रायल्स में छूट.
बजरंग पूनिया ने अपने ऑफशियल ट्विटर हैंडल पर खेल मंत्री को लिखी चिट्ठी को शेयर करते हुए लिखा है, ‘हम आंदोलित पहलवानों ने ट्रायल्स को सिर्फ आगे बढ़ाने के लिए चिट्ठी लिखी थी, क्योंकि पिछले 6 महीने से आंदोलन में शामिल होने के कारण प्रैक्टिस नहीं कर पाए. इस मामले की गंभीरता को हम समझते हैं इसलिए यह चिट्ठी आपसे साझा कर रहे. दुश्मन पहलवानों की एकता में सेंध लगाना चाहता है.’
योगेश्वर दत्त ने फैसले पर उठाए सवाल
ओलंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त ने हाल में आईओए के तदर्थ पैनल के फैसले पर सवाल उठाए थे कि क्या ये पहलवान इस तरह की छूट हासिल करने के लिए ही विरोध कर रहे थे. उन्होंने जूनियर पहलवानों, उनके कोचों और अभिभावकों से इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की बात कही थी. इसके बाद रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगभग डेढ़ महीने तक प्रदर्शन करने वाले पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सोशल मीडिया पर लाइव आए और बताया कि उन्होंने कभी ट्रायल्स में छूट की मांग नहीं की.
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इन 6 पहलवानों ने खेलमंत्री से लगाई है गुहार
बजरंग पूनिया ने जो चिट्ठी शेयर की है उसमें आंदोलनकारी पहलवानों ने खेलमंत्री से गुहार लगाई है कि आंदोलन में शामिल कुछ पहलवानों को एशियन गेम्स 2023 और वर्ल्ड चैंपियनशिप 2023 की ट्रायल्स की तैयारी के लिए कुछ समय की आवश्यकता है इनमें विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, सत्यव्रत कादियान, जितेंद्र कुमार व संगीता फोगाट के नाम शामिल हैं. इस पत्र में ट्रायल्स को 10 अगस्त के बाद कराने को लिखा गया है.
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बजरंग पूनिया और योगेश्वर दत्त आए आमने सामने
डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को लेकर पहलवान अभी भी विरोध कर रहे हैं. अब यह लड़ाई और आगे बढ़ती नजर आ रही है. क्योंकि बजरंग पूनिया का कहना है कि यदि योगेश्वर को ट्रायल्स से परेशानी थी तो उन्हें खेलमंत्री के पास जाना चाहिए था जबकि आपने तो जहर घोलने का काम किया है.