जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बदायूं में 5 सितंबर को एक युवती से गैंगरेप कर उसे ट्रेन के आगे फेंक दिया गया। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां पीड़िता ने बुधवार को दम तोड़ दिया है।
वहीं मौत के पहले जो पीड़िता ने बयान दिए, उसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए। वही इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि घटना के कई दिन बाद भी आरोपियों पर मामला दर्ज नहीं हुआ था।
ये भी पढ़े: सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 7 युवक और 6 युवतियां गिरफ्तार
मरने से पहले पीड़िता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि गांव के ही दो युवक छोटू और विशाल ने उसके साथ पहले रेप किया फिर उसे ट्रेन के आगे फेंक दिया। इस हादसे में पीड़िता का एक पैर कट गया। हाथ में फ्रैक्चर हो गया और एक पैर की एड़ी भी कट गई। पीड़िता ने बताया कि ट्रेन के आगे फेंककर दोनों फरार हो गए।
डीआईजी रेंज राजेश कुमार पांडेय का कहना है कि पीड़िता के परिजनों की तरफ से कोई तहरीर नही दी गई। अगर कोई तहरीर आती है तो जांच करवाई जाएगी। फिलहाल पीड़िता का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमे घटना के तुरंत बाद लड़की बता रही है कि उसकी घर में लड़ाई हो गई थी।
पीड़िता के पिता ने बताया कि 5 सितंबर को वे लोग घर पर नहीं थे। रिश्तेदारी में गए हुए थे। लड़की अपने छोटी बहन के साथ शौच के लिए निकली थी। नदी के पास मौजूद छोटू और विशाल ने उनकी छोटी बेटी को धमकाकर भगा दिया और फिर गन्ने के खेत में उसकी बेटी के साथ रेप किया। रेप के बाद पीड़िता को ट्रेन के आगे फेंक दिया गया।
पिता का आरोप है कि उन्हीं दो आरोपियों ने दूसरे गांव की लड़रकी के साथ ही गलत काम किया, जिसके बाद आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया, लेकिन बाद में पैसे लेकर आरोपियों को छोड़ दिया गया।