स्पेशल डेस्क
लखनऊ। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर विरोध प्रदर्शन चरम पर जा पहुंचा है। दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहा प्रदर्शन रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इतना ही नहीं दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन पर राजनीति भी तेज हो गई, क्योंकि वहां पर चुनाव होने जा रहा है तो दूसरी ओर दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर देश के कई हिस्सों में इसी तरह का प्रदर्शन देखने को मिल रहा है।
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यूपी की बात की जाये तो लखनऊ के घंटाघर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर को लेकर चल रहा प्रदर्शन 20 दिन ऊपर हो चुका है लेकिन अब तक जारी है।
लखनऊ के बाद आजमगढ़ जिले के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के जौहर अली पार्क में शाहीन बाग की तरह नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा था लेकिन पुलिस ने इसपर कड़ा एक्शन लिया है।
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आजमगढ़ जिले के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के जौहर अली पार्क से मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शन को खत्म कराने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज की है।
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इतना ही नहीं बवाल इतना ज्यादा बढ़ गया कि इस दौरान जवाब में प्रदर्शनकारियों के भी पथराव करने की खबरे हैं। इसके साथ ही पुलिस ने वहां पर लाठी-पत्थर, आंसू गैस गोले भी छोड़े हैं।
उधर इस मामले पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी एक बार फिर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि हर मंच से गोली की बात करने वाले संवैधानिक मूल्यों की बात कब करेंगे? शांतिपूर्वक धरना लोगों का संवैधानिक अधिकार है।
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आज़मगढ़ में पुलिस की बर्बरता ने सभी हदें पार कर दी और मैं इसकी घोर निंदा करता हूं! पार्टी के विधायक और संगठन बिलरियागंज में लोगों की सेवा कर रहे हैं।
हर मंच से गोली की बात करने वाले संवैधानिक मूल्यों की बात कब करेंगे?
शांतिपूर्वक धरना लोगों का संवैधानिक अधिकार है।आज़मगढ़ में पुलिस की बर्बरता ने सभी हदें पार कर दी और मैं इसकी घोर निंदा करता हूँ!
पार्टी के विधायक और संगठन बिलरियागंज में लोगों की सेवा कर रहे हैं! pic.twitter.com/FbPiup3hHs
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 5, 2020
पुलिस ने खाली करने के लिए वहां पर आधी रात को करीब एक बजे पार्क में पानी छोडऩे का कड़ा फैसला लिया। इसके बाद पुलिस ने पार्क में पानी छोड़ा तब महिलाओं वहां से हटकर सडक़ आकर प्रदर्शन शुरू किया लेकिन इसके बाद किसी तरह से स्थिति को काबू किया गया और सुबह पार्क पूरी तरह से खाली करा लिया गया लेकिन इस दौरान पुलिस के एक्शन पर सवाल है।
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इस दौरान पुलिस के कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस ने इसपर सख्त नजर आयी और उसने एक महिला समेत 18 लोगों को अपनी गिरफ्तार किया है और रातों-रात पार्क को खाली करा डाला है।
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मामला तब और बढ़ गया सीएए विरोधियों की गिरफ्तारी के खिलाफ जब शिब्ली कॉलेज के छात्र सडक़ पर उतर आये और पुलिस को खुली चुनौती दे डाली लेकिन लाठी के सहारे पुलिस ने इनपर काबू कर लिया है।