जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने लोकसभा से इस्तीफ़ा दे दिया है. करहल से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से यह कयास लगाए जा रहे थे कि अखिलेश शायद विधानसभा से इस्तीफ़ा देकर अपनी लोकसभा सीट को बरकरार रखें लेकिन उन्होंने सभी कयासों को विराम लगाते हुए लोकसभा से इस्तीफ़ा दे दिया. विधानसभा में बतौर नेता विरोधी दल वह राजनीति की नयी पारी खेलने को तैयार हो गए हैं.
लोकसभा से इस्तीफे के बाद रिक्त हुई आज़मगढ़ सीट से डिम्पल यादव को समाजवादी पार्टी प्रत्याशी बना सकती है. डिम्पल कन्नौज से सांसद रह भी चुकी हैं. अखिलेश यादव के इस्तीफे से रिक्त हुई आज़मगढ़ सीट पर छह महीने के भीतर उपचुनाव होगा.
अखिलेश यादव ने पहले ही यह कह दिया था कि वह विधायक रहेंगे या सांसद यह फैसला समाजवादी पार्टी तय करेगी. पार्टी उनकी जो भूमिका तय करेगी वह उसे निभाएंगे. अखिलेश यादव ने 21 मार्च को आज़मगढ़ में पार्टी के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ लम्बी मंत्रणा की. इस बैठक में यह तय हुआ कि अखिलेश करहल सीट अपने पास रखें क्योंकि विधानसभा में अब संख्याबल सम्मानजनक है और जनता के सवाल पूरी ताकत के साथ उठाये जा सकते हैं. इसलिए बेहतर होगा कि सांसदी छोड़ दी जाए.
आज़मगढ़ के लोगों ने अखिलेश यादव को आश्वस्त किया है कि लोकसभा से इस्तीफ़ा देने पर अगर डिम्पल यादव को चुनाव में उतारा जायेगा तो उन्हें जिताने के लिए पूरी ताकत लगा दी जायेगी. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की राय के बाद अखिलेश ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया.
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