- रामपुर में कराए गए विकास कार्यों को चुनावी मुददा बनाएगी बीजेपी
राजेंद्र कुमार
लखनऊ. समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक नेताओं में से एक आजम खान के सामने अपनी पारंपरिक रामपुर सदन की विधानसभा सीट बचाने की चुनौती है. रामपुर लोकसभा सीट गंवाने और रामपुर शहर सीट के आजम खां की विधानसभा की सदस्यता समाप्त होने के बाद यह सीट रिक्त घोषित कर दी गई थी।
अब इस सीट पर चुनाव कराया जा रहा है. आजम खान ने रामपुर शहर सीट पर आसिम राजा को पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है. आसिम राजा दस बार के विधायक आजम खां के करीबी और भरोसेमंद नेताओं में शामिल हैं.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस सीट पर अपने प्रत्याशी आकाश सक्सेना को जिताने के लिए इलाके में कराए गए विकास कार्यों को मुख्य हथियार बनाएगी. ऐसे में अब इस सीट से आसिम राजा को जिताना आजम खान अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है.
रामपुर में भी लोग यह चर्चा कर रहे हैं कि क्या भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की चुनावी रणनीति के आगे आजम खान रामपुर विधानसभा सीट पर आजम खान अपनी प्रतिष्ठा बचा पाएंगे. यह चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि बीते जून माह में रामपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी आसिम राजा सपा के प्रत्याशी बनाए गए थे. हालांकि उस उपचुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने जीत दर्ज की थी.
ऐसे में लोगों को लगता है कि जिस तरह से बीजेपी के नेता बरेली और रामपुर के आसपास पसमांदा मुस्लिमों को अपने साथ जोड़ने में जुटे हैं, उसके चलते आसिम राजा को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. वैसे भी रामपुर के लोग आकाश सक्सेना और आजम खान की बीच लंबे समय से चल रही अदावत को देख रहे हैं.
आकाश सक्सेना इस वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी के प्रत्याशी थे. आकाश ने आजम खान पर कई मुकदमे भी कराए हैं. आकाश के पिता शिव बहादुर सक्सेना मंत्री रहे हैं. आकाश के अनुसार सीएम योगी के पहले कार्यकाल में रामपुर के लिए तीन हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की मंजूरी दी गई थी. इनमें काफी कार्य पूरे भी हो गए हैं, जनता की बीच वह इन विकास कार्यों को रखेंगे.
वही दूसरी तरफ रामपुर में आसिम राजा को सपा के सीनियर नेता आजम खां का भरोसेमंद साथी माना जाता है. वह शम्सी बिरादरी से आते हैं. उनकी अपनी बिरादरी में मजबूत पैठ भी है. पूर्व में वह व्यापारी नेता भी रहे हैं. लंबे समय से सपा से जुड़े हुए हैं. खुद आजम खां ने आसिम राजा के नाम की घोषणा करते हुए उन्हें अपना अजीज साथी और लंबा सियासी तजुर्बा रखने वाला बताया है.
इसी वजह से आजम खान ने रामपुर सीट पर हुए लोकसभा उपचुनाव में भी आसिम राजा को चुनाव मैंदान में उतारा था. बीजेपी उम्मीदवार घनश्याम लोधी ने आसिम राजा को 42,048 वोटों से हराया था. अब आजम खान उन्हें इस सीट से जिताकर अपने दबदबे को साबित करना चाहते हैं.
इसलिये उन्होंने फिर से आसिम राजा पर भरोसा जताया है. आजम खान को उम्मीद है कि पार्टी के सभी नेता आसिम राजा को एकजुट होकर चुनाव जिताने में जुटेंगे.
आजम खान के पुत्र और स्वार-टांडा के विधायक अब्दुल्ला आजम कहते हैं कि आसिम राजा ईमानदार होने के साथ ही अच्छे नेता हैं. इनके विधायक बनने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी. और रामपुर के लोग उन्हें जिताएंगे.