ओम प्रकाश सिंह
अयोध्या। राम नगरी में अवध विश्वविद्यालय के शिक्षक मुदित हैं, वर्षों से मांगी जा रही उनकी मुराद पर मुहर लग गई है। परिसर में विधिक रुप से आवासीय शिक्षक संघ का गठन होने जा रहा है।
कुलपति ने भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर राजकुमार तिवारी को चुनाव अधिकारी नियुक्त कर दिया है। चुनाव पच्चीस नवंबर को है।
अवध विश्वविद्यालय की स्थापना उन्नीस सौ पचहत्तर में हुई थी लेकिन आवासीय परिसर में पठन-पाठन व शिक्षकों की भर्ती नब्बे के दशक में हुई।
विधिक रुप से शिक्षक संघ की स्थापना के लिए कई बार जोर आजमाइश हुई लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन अनुमति देने से कतराता यहा। पूर्व कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित के समय में नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू हुई तो शिक्षक संघ गठन की भी उसमें एक शर्त थी। नैक के दृष्टिगत ही विश्वविद्यालय में शिक्षक समिति का गठन किया गया था।
प्रो विनोद कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कार्यकारिणी का गठन हुआ, जो सार्वजनिक होते ही बवंडर मच गया था।
यूं तो विश्वविद्यालय में शिक्षक संघ तो है लेकिन वह अनुदानित महाविद्यालय शिक्षक संघ का है जिसका विश्वविद्यालय परिसर में अपना भवन भी है।
आवासीय परिसर में शिक्षक संघ का गठन तो हुआ लेकिन वह गुट बाजी के कारण अक्सर विवादित रहा। इस्तीफा दे चुके दागी कुलपति प्रो रविशंकर सिंह के समय मेंं कौटिल्य प्रशासनिक भवन की परिक्रमा करने वाले कुछ शिक्षकों के दबाव में विश्वविद्यालय को प्रेस नोट जारी करना पड़ा कि विश्वविद्यालय में ऐसी कोई समिति गठित नहीं हुई है। जो समिति गठित की गई थी उसका उद्देश्य मात्र नैक मूल्यांकन में मदद करना था लेकिन गुटबंदी जो ना कराए।दागी कुलपति के कान भरे गए और फिर विश्वविद्यालय की तरफ से खंडन जारी हो गया।
प्रो विनोद कुमार श्रीवास्तव ने हार नहीं मानी और शिक्षक संघ गठन के लिए साथियों के साथ लगे रहे। एक लंबी लड़ाई के बाद अब कार्यवाहक कुलपति प्रोफ़ेसर अखिलेश कुमार सिंह ने चुनाव अधिकारी की नियुक्ति कर शिक्षक संगठन की हरी झंडी दे दी। चुनाव अधिकारी के अनुसार नामांकन बारह नवंबर नाम वापसी तेरह नवंबर मतदान, मतगणना व परिणाम पच्चीस नवंबर को घोषित होगा।