जुबिली न्यूज डेस्क
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलियाई संसद में काम करने वाली महिलाकर्मी से आधिकारिक तौर पर माफी मांगी है।
जिस महिला से पीएम ने माफी मांगी है उसने एक अनाम व्यक्ति पर संसद भवन में उसके साथ बलात्कार का आरोप लगाया था।
फिलहाल ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने इस मामले की जांच के आदेश भी दे दिये हैं।
26 वर्षीय पीडि़ता का आरोप है कि ‘मार्च 2019 में रक्षा मंत्री लिंडा रेनॉल्ड्स के दफ्तर में उनका बलात्कार हुआ था और दोषी व्यक्ति मॉरिसन की सत्ताधारी लिबरल पार्टी का सीनियर कार्यकर्ता है।’
पीडि़ता ने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैंने अप्रैल 2019 में पुलिसवालों से इस बारे में बात की थी, लेकिन तब अपनी नौकरी की चिंता करते हुए मैंने यह निर्णय किया कि मुझे पहले दफ्तर में इसकी शिकायत करनी होगी। मुझे डर था- कहीं मेरी नौकरी ना चली जाये।”
स्थानीय पुलिस ने महिला के इस दावे की पुष्टि की है और कहा है कि उन्होंने पुलिस केस दर्ज नहीं करवाया था, बल्कि दफ़्तर में आधिकारिक तौर पर इसकी शिक़ायत करने का निर्णय लिया था।
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पीडि़ता का ये भी दावा है कि उसने रक्षा मंत्री के कार्यालय को इस घटना की पूरी जानकारी दी थी, लेकिन उसी कमरे में जहां उनके साथ दुष्कर्म हुआ, वहां उनके साथ एक बैठक की गई और बात आई-गई हो गई।
15 फरवरी को रेनॉल्ड्स ने इस बात की पुष्टि की थी कि ‘उन्हें पिछले साल इस घटना के बारे में पता चल गया था।’ हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि महिला पर पुलिस में शिकायत करने या ना करने को लेकर कोई दबाव नहीं बनाया गया था।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने इस घटना के लिए आधिकारिक तौर पर पीडि़त महिला से माफी मांगी है और इसकी जांच के आदेश दिये हैं।
16 फरवरी यानी मंगलवार को उन्होंने कहा, “पहली बात तो यह कि ये होना नहीं चाहिए था, पर जो हुआ, मैं उसके लिए माफी मांगता हूं। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि महिलाएं कार्यस्थल पर सुरक्षित रहें और वो अपनी सुरक्षा को लेकर सिस्टम पर भरोसा करें। यह परेशान करने वाली बात है कि आज के दौर में भी एक महिला को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा।”
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स्थानीय मीडिया के अनुसार इस घटना को लेकर पीएम स्कॉट मॉरिसन पर कार्रवाई करने का दबाव बन रहा था ,क्योंकि इससे पहले भी लिबरल पार्टी के भीतर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतें मिली थीं।