जुबिली स्पेशल डेस्क
कैनबरा। हार्दिक पांड्या (नाबाद 92) और रवींद्र जडेजा (नाबाद 66) की तूफानी पारी के बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को तीसरे और अंतिम वनडे मुकाबले में बुधवार को 13 रन से हराकर सीरीज में पहली जीत दर्ज कर सम्मान बचा लिया है।
हालांकि तीन मैचों की यह सीरीज ऑस्ट्रेलिया ने 2-1 से अपने नाम की। विराट कोहली की टीम ने इस जीत से न केवल अपना सम्मान बचाया बल्कि ऑस्ट्रेलिया को क्लीन स्वीप करने से रोक दिया।
तीसरे और अंतिम वनडे मुकाबले में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी 50 ओवर में पांच विकेट पर 302 रन का ठीक-ठाक स्कोर बनाया।
जवाब में ऑस्ट्रेलिया के टीम 49.3 ओवर में 289 रन का स्कोर ही बना सकी। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से कप्तान आरोन फिंच ने 75 और आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने 59 रन का योगदान दिया लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।
इससे पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन टॉप के बल्लेबाजों ने एकबार फिर निराश किया और उसके पांच खिलाड़ी केवल 152 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट गये थे।
भारत ने कप्तान विराट कोहली (63) के शानदार अर्धशतक के बावजूद टीम इंडिया संघर्ष करती नज़र आई। इससे पहले कप्तान विराट ने 78 गेंदों पर 63 रन की पारी में पांच चौके लगाए और अपनी पारी का 23वां रन बनाने के साथ ही वनडे में 12 हजार रन भी पूरे कर लिए।
विराट वनडे के सबसे तेज 12 हजारी भी बन गए और उन्होंने हमवतन लीजेंड सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
हालाकि इसके बाद हार्दिक पांड्या और रवींद्र जडेजा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए कंगारुओं की जमकर खबर ली। दोनों ने छठे विकेट के लिए 108 गेंदों पर 150 रन की अविजित साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया पर अच्छा खासा दबाव बना लिया।
पांड्या ने अपना सर्वश्रेष्ठ वनडे स्कोर बनाते हुए 76 गेंदों पर नाबाद 92 रन में सात चौके और एक छक्का लगाया जबकि जडेजा ने 50 गेंदों पर नाबाद 66 रन में पांच चौके और तीन छक्के लगाए। दोनों ने छठे विकेट के लिए 108 गेंदों पर 150 रन की अविजित साझेदारी की।
दोनों बल्लेबाजों ने आखिरी पांच ओवरों में 76 रन ठोके। जडेजा ने इसके बाद मोर्चा संभाला और जबरदस्त पारियां खेलीं जिसकी बदौलत भारत 300 के पार पहुंच सका जो अंत में मैच विजयी साबित हुआ।