जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव होने वाले हैं. तैयारियां बड़ी तेज़ी से चल रही हैं लेकिन इसी बीच अशोक नगर जिले की चंदेरी तहसील से एक चौंकाने वाली खबर सामने आयी हैं. चंदेरी तहसील की ग्राम पंचायत भटोली में गाँव वालों ने चुनाव से पहले ही अपना सरपंच चुन लिया है.
भटोली में इस बार सरपंच के लिए चार दावेदार सामने आये. राधा कृष्ण मन्दिर में गाँव के लोगों ने बैठक की और इसी बैठक में अपना सरपंच चुन लेने का फैसला किया. चार उम्मीदवार थे. चार में से एक को ही चुनना था. नाम तय नहीं हो पा रहा था. फिर यह तय हुआ कि नीलामी की प्रक्रिया से सरपंच चुना जाएगा. चारों उम्मीदवारों के समर्थक अपने-अपने उम्मीदवार के नाम पर बोली लगायें. जिसकी बोली सबसे ज्यादा वही गाँव का सरपंच. बोली लगनी शुरू हुई. सैकड़ों से हज़ारों और फिर बोली लाखों में पहुँच गई. सौभाग सिंह यादव के नाम पर सबसे ज्यादा 44 लाख रुपये की बोली लगी और गाँव वालों ने उसे ही निर्विरोध सरपंच मान लिया.
भटौली गाँव में तीसरे चरण में वोट पड़ेंगे मगर यहाँ तो सरपंच तय हो गया है. नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी तो सौभाग सिंह के अलावा कोई भी दूसरा व्यक्ति नामांकन नहीं करेगा और इस तरह से सौभाग सिंह निर्विरोध सरपंच चुन लिया जायेगा.
गाँव वालों का कहना है कि हमने यह प्रक्रिया इसलिए अपनाई ताकि चुनाव में पैसे की बर्बादी को रोका जा सके और गाँव में शान्ति बनी रहे. सौभाग सिंह के नाम पर 44 लाख रुपये की बोली लगी है. चुनाव से पहले सौभाग सिंह को 44 लाख रुपये जमा कराने होंगे. इस पैसे से मन्दिर का जीर्णोद्धार और गाँव का विकास किया जायेगा. तय समय तक अगर सौभाग सिंह पैसा नहीं जमा करा पाएंगे तो नीलामी में दूसरे नम्बर की बोली लगाने वाले को मौका दिया जायेगा. दूसरे नम्बर के उम्मीदवार पर 43 लाख रुपये की बोली लगी थी. मजेदार बात यह है कि इस बारे में प्रशासन को कोई जानकारी नहीं है.
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