जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. पुरानी पेंशन बहाली के वादे के साथ समाजवादी पार्टी ने बीजेपी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहाँ तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर पेंशन बंद करने का ठीकरा फोड़ने की कोशिश की है वहीं उत्तर प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली और निजीकरण को रोकने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे संगठन अटेवा ने योगी आदित्यनाथ को साल 2013 में प्रधानमंत्री को लिखे उस पत्र की याद दिलाई है जिसमें उन्होंने बतौर सांसद खुद पुरानी पेंशन को बहाल करने की ही वकालत की थी.
अटेवा के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. राजेश कुमार ने कहा है कि उनका संगठन लगातार पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई लड़ रहा है. पुरानी पेंशन व्यवस्था को अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के कार्यकाल में खत्म किया गया था. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जब से पुरानी पेंशन बहाली की बात कही है तब से प्रदेश के शिक्षकों और राज्य कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है. उन्होंने कहा है कि समाजवादी की यह घोषणा चुनाव का गणित बदलकर रख देगी.
अटेवा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यह कहने कि अखिलेश यादव के पिता के समय में ही पेंशन बंद हुई थी पर कहा है कि अखिलेश यादव अपने पिता की गलती सुधार रहे है तो आप भी मोदी जी से अटल जी की गलती सुधरवा दीजिये. अटेवा ने सवाल उठाया है कि खुद पेंशन बहाली की मांग करने वाले योगी आदित्यनाथ अपनी सरकार के पांच साल में इस मुद्दे पर आखिर क्यों चुप रहे.
अटेवा ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ के इस बयान से राज्य कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो गया है. अखिलेश यादव की पेंशन बहाली की घोषणा से शिक्षक और राज्य कर्मचारी उनके साथ एकजुट हो रहे हैं. यही एक मुद्दा उत्तर प्रदेश की राजनीति को बदल देगा. अटेवा ने कहा है कि जो भी हमारी पुरानी पेंशन को बहाल कराएगा हम उसी सरकार का समर्थन करेंगे.
इस मुद्दे पर अटेवा के साथ संघर्ष करने वाले संगठन NMPOS के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अटेवा के अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने कहा कि जिन योगी आदित्यनाथ ने 2013 में सांसद रहते हुए पेंशन बहाली मुद्दे पर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था वह खुद मुख्यमंत्री बन गए तो पेंशन बहाली की लड़ाई लड़ने वालों से ज्ञापन तक नहीं लिया. इस लड़ाई को लड़ने वालों को उन्हीं के घरों में कैद कराने का काम किया.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की घोषणा से बौखलाने के बजाय पहली फरवरी को होने वाले बजट सत्र में प्रधानमंत्री से पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा करवा दें. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जब से यह घोषणा की है तब से शिक्षक और राज्य कर्मचारी तेज़ी से उनके पक्ष में एकजुट हो रहा है.
अटेवा के प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरज पति त्रिपाठी ने कहा है कि हम लगातार पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अखिलेश यादव अपने पिता की गलती अगर सुधार सकते हैं तो मोदी जी अटल जी की गलती क्यों नहीं सुधार सकते. पुरानी पेंशन बहाली का संघर्ष अब चरम पर है. बात साफ़ है जो हमें पेंशन देगा हम उसका समर्थन करेंगे.
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