जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. बिहार के मधुबनी जिले में नेपाल से बारात आई थी. नेपाल के साथ भारत का यूं भी रोटी-बेटी का रिश्ता रहा है इसलिए कोई नई बात नहीं है लेकिन अचानक से बारात में हंगामा होने लगा. दुल्हन ने विवाह के मंडप में पहुँचने के बाद शादी से इनकार कर दिया. काफी देर तक मान मनव्वल चली, फिर तकरार हुई. हंगामा हुआ लेकिन दुल्हन ने अपने फैसले को बदलने से इनकार कर दिया और बारात को बगैर दुल्हन बैरंग लौटना पड़ा.
नेपाल से आई बारात को दुल्हन ने आखिर क्यों लौटा दिया? क्यों उसने विवाह मंडप में पहुँचने के बाद शादी से इनकार कर दिया? यह सवाल हर किसी के मन में था लेकिन जवाब मिला तो दुल्हन की तारीफों के पुल बांधे जाने लगे. लोगों ने उसे बिहार की बहादुर बेटी बताया.
नेपाल से बिहार के मधुबनी में आई इस बारात में करीब 100 बाराती थे. मज़े की बात यह कि दूल्हा समेत सभी नशे में धुत्त थे. शराब के नशे में डोलता हुआ दूल्हा मंडप में पहुंचा तो दुल्हन उठकर खड़ी हो गई और उसने शराबी को अपना पति बनाने से इनकार कर दिया. मंडप में शादी से इनकार करने वाली दुल्हन को रिश्तेदारों ने खूब समझाया. समाज में बदनामी का डर दिखाया लेकिन दुल्हन ने अपना फैसला बदलने से इनकार कर दिया.
मंडप से बारात को वापस लौटा देने की यह घटना मधुबनी जिले के बासोपट्टी स्थित झिटकोहिया गाँव की है. यहाँ रहने वाले बुझाउन सादा की बेटी काजल कुमारी की शादी नेपाल के धनुषा जिले के भड़रिया गाँव के रहने वाले राजू सादा के साथ होनी थी. सारी तैयारियां हो चुकी थीं. बारातियों के लिए भोजन तैयार था. घर को अच्छे से सजाया गया था. मंडप के पास शहनाई बज रही थी. बारातियों का सत्कार चल रहा था. जयमाल हाथ में लेकर दुल्हन दूल्हा की तरफ बढ़ चुकी थी लेकिन अचानक से दूल्हा की हालत देखकर दुल्हन ने जयमाल वहीं फेंक दी और शराबी से शादी रचाने से साफ़ इनकार कर दिया.
दुल्हन के इनकार के बाद खूब हंगामा हुआ. बारातियों ने पहले समझाया, फिर मारपीट भी की लेकिन दुल्हन ने फैसला नहीं बदला और दूल्हा को बारात समेत वापस लौटना पड़ा.
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