जुबिली न्यूज डेस्क
एस.ए.आर.एस की ही भांति कोविड 19 भी भयावह महामारी है, जो आज हमारे सामने दानव की तरह खड़ी है। अपर्याप्त संसाधन, कमजोर प्रतिरक्षी तन्त्र और अवसाद के कारण ये प्राणघातक हो सकता है और प्रत्येक व्यक्ति के पास इतना धन भी नहीं की वो टेस्ट करा के मानसिक रूप से आश्वस्त हो सके कि उसे कोरोना नहीं है, ऐसे में कोई ऐसी तकनीक जो आर्थिक रूप से और मानसिक रूप से आपको बता दे की आपको कोरोना होने की संभावना कितनी है और वो भी निःशुल्क तो कितना अच्छा हो।
हां ऐसा संभव किया है एक ज्योतिषाचार्य ने जो इंजीनियर भी हैं। पेशेवर इंजीनियर रहे एस्ट्रो साईंटिस्ट पंडित राजेश तिवारी ने अपने अथक परिश्रम और अहर्निश सेवा भाव से एक ऐसा सॉफ्टवेर बनाया है जो ना केवल आपको रोगी होने की संभावना बताता है बल्कि उस से उबरने के उपाय भी इंगित करता है। तत्कालीन स्थिति में इसकी उपयोगिता वस्तुतः अतुलनीय है।
यह भी पढ़ें : …तो क्या सुशांत की आत्म ‘हत्या’ के पीछे बॉलीवुड के लोगों का हाथ
यह साफ्टवेयर मूलतः तीन भागों में कार्य करता है-
(1) आप के जन्म विवरण के आधार पर आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता के साथ साथ बिमारी से लड़ने की क्षमता भी बताता है।
(2) मुख्यतः कोरोना के वायरस शरीर मे मुख, नाक, कान अथवा आंख से आ सकते है। अतः सम्पूर्ण श्वसन की स्वस्थता की जांच कर आप के आरोग्यता का सटीक अनुमान करता है।
(3) तृतीय चरण में आप के फेफड़े अथवा lungs की सम्पूर्ण स्वस्थता का अनुमान करता है।
उपरोक्त तीनो स्तर के जांच उपरांत कोरोना रोग के प्रति आप के शरीर की सुरक्षा को प्रतिशत में दर्शा कर आपको बचाव के लिए जहां प्रेरित करता है वही आत्म विश्वास भी प्रदान करता है। यदि आप इस रोग के प्रति संवेदनशील है तो बचाव का उचित परामर्श भी देता है।
यह पूर्णतः निःशुल्क है। पं राजेश तिवारी ने अथक परिश्रम कर ज्योतिष व चिकित्सा को संयुक्त कर परीक्षण का मार्ग प्रदान किया है। यह विश्व का पहला आविष्कार है जो भारतीय ज्योतिष को चिकित्सा से जोड़ता है।
आप नीचे दिए लिंक के जरिए इस साफ्टवेयर से अपनी ज्योतिष आधारित जांच कर सकते हैं
यह भी पढ़ें : प्रयागराज : SSP के ट्रान्सफर से छात्रों में रोष, सड़कों पर उतरने का किया ऐलान
यह भी पढ़ें : यूपी में वर्चुअल रैली के माध्यम से एक तीर से कई निशाने साधेगी बीजेपी