जुबिली न्यूज़ डेस्क
असम में विधानसभा चुनाव को लेकर आज पीएम नरेन्द्र मोदी ने यहां के बोकाखाट में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत असमी भाषा से की।
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि बोकाखाट सहित ये पूरा इलाका शक्ति के स्थल के रूप में जाना जाता है। इन सभी स्थानों पर मैंने माताओं और बहनों से परिवर्तन का आग्रह किया था। यही वजह है कि यहां बीजेपी की सरकार बनी।
उन्होंने कहा कि, अब ये तय हो गया है कि यहां अब दोबारा भी बीजेपी की ही सरकार बनेगी। असम में दूसरी बार एनडीए सरकार। असम में दूसरी बार डबल इंजन की सरकार बनने वाली है।
अब देखिए, कांग्रेस का झारखंड, बिहार , महाराष्ट्र , में जिनके साथ इनका गठबंधन है, वो पश्चिम बंगाल में इनके खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। केरल में लेफ्ट को गाली दी जाती है, इसके बाद बंगाल में कुर्सी की चाहत में लेफ्ट को गले लगा लेते हैं।
पीएम ने कहा, चाय जनजाति के साथियों और इस जनजाति से निकली महान विभूतियों को मान-सम्मान और स्वाभिमान का जीवन देने के लिए एनडीए की सरकार प्रतिबद्ध हैं। टी गार्डन्स में काम करने वाले श्रमिक साथियों की दैनिक मजदूरी को बढ़ाने के लिए असम सरकार पूरी तरह गंभीर है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चाय बागानों में काम करने वाले परिवारों को भी बरसों तक बहुत से अभाव में रखा। बीते 5 वर्षों में भाजपा और एनडीए की सरकार ने मिलकर टी गार्डन में काम करने वाले साथियों की सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक के बाद एक जरुरी कदम उठाए हैं।
कांग्रेस ने चाय के बागान में काम करने वाले परिवारों को भी वर्षों तक अभाव में रखा। पिछले पांच सालों में पांच सालों में भाजपा ने चाय बागान में काम करने वाले साथियों के लिए पढ़ाई, कमाई और दवाई से जुड़ी जरूरतों के लिए कदम उठाए हैं।
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उन्होंने कहा कि ये लोग खुद को सेकुलर बताते हैं, लेकिन असम, पश्चिम बंगाल और केरल में संप्रदाय के आधार पर बने दलों के साथ दोस्ती करते हैं। सत्ता के सामने इनको कुछ नहीं दिखाई देता है। यही वजह है कि अब कांग्रेस के लोगों की बातों पर देश में कोई भरोसा नहीं कर रहा।