जुबिली स्पेशल डेस्क
एशिया कप शुरू हो गया है। जहां एक ओर अफगानिस्तान की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने दोनों मैच जीत कर अगले दौर का टिकट हासिल कर लिया है जबकि भारत की टीम ने भी शानदार शुरुआत करते हुए अपने पहले दो मैच में जीत दर्ज की है। कल उसने हांगकांग को हराया लेकिन सोशल मीडिया पर अब भी भारत और पाकिस्तान मैच का जिक्र हो रहा है।
भारतीय टीम ने एशिया कप के पहले मुकाबले में पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी। ये जीत भारत के लिए बेहद खास है। दरअसल इसी मैदान पर पाकिस्तान ने टी-20 विश्व कप में भारत को हराया था लेकिन पिछले रविवार को भारतीय टीम ने पाकिस्तान को हराकर हिसाब जरूर बराबर कर लिया था। इस मैच भारतीय फैंस का जोश देखते ही बनता था।
हालांकि सोशल मीडिया पर जहां एक ओर भारत की जीत का जश्न मनाया जा रहा है तो दूसरी एक ओर वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में कोई और नहीं है बल्कि बीसीसीआई के चीफ सेक्रेटरी जय शाह का है। इस वीडियो के आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
If it was any non bjp leader who refused to hold the Indian Flag, the whole of BJP IT Wing would have called Anti National and the Godi Media would have day long debates on it ….
Luckily its Shahenshah's Son Jay Shah pic.twitter.com/zPZStr2I3D— krishanKTRS (@krishanKTRS) August 28, 2022
अब सवाल है कि इस वीडियो में आखिर ऐसा क्या है जिसकी वजह से बीसीसीआई के चीफ सेक्रेटरी जय शाह लोगों के निशाने पर आ गए है। दरअसल जब मैच भारत के जीत के करीब था और सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो वो भारत की जीत का है लेकिन इस वीडियो का पूरा फोकस जय शाह पर है। असल में हार्दिक पांड्या ने में पाकिस्तान के बाएं हाथ के स्पिनर मोहम्मद नवाज की चौथी गेंद पर चौका लगाया तो पूरा देश जश्न में डूब गया लेकिन तभी कैमरे की नजर में जय शाह आ गए जय शाह भी भारत की जीत पर खुश थे तभी उनके पास खड़े एक व्यक्ति ने तिरंगा उनकी तरफ बढ़ाया, लेकिन जय शाह ने तुरंत ही तिरंगा हाथ में लेने से इनकार कर दिया….
इसके बाद से जय शाह की कड़ी आलोचना हो रही है लेकिन हम आपको बताना चाहेंगे कि जय शाह ने आखिर क्यों नहीं तिरंगा अपने हाथों में लिया। दरअसल जय शाह आईसीसी क्रिकेट समिति के सदस्य भी हैं और नियमों के मुताबिक आईसीसी सदस्य किसी भी एक खास देश के पक्षधर नहीं हो सकते, इन्हीं कारणों के चलते जय शाह ने उस वक्त तिरंगा हाथ में लेने से इनकार कर दिया।