जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम ने शुक्रवार को प्राचीन शिव मंदिर और कुएं का निरीक्षण किया. संभल के डीएम के मुताबिक मंदिर का सर्वे हो चुका है. उन्होंने बताया कि पूरे मामले को सुरक्षा कारणों से गुप्त रखा गया था. संभल में एएसआई की टीम ने 5 तीर्थ और 19 कूपों का निरीक्षण किया.
19 कूपों का सर्वे किया गया
ASI की टीम ने भद्रकाश्रम, स्वर्गदीप, चक्रपाणि, प्राचीन तीर्थ श्मशान मंदिर समेत 19 कूपों का सर्वे किया. दरअसल ASI ने प्रशासन से अनुरोध किया था कि ASI निरीक्षण को मीडिया कवरेज से दूर रखा जाए. बताया जा रहा है कि सुबह 6 बजे हुआ के करीब निरीक्षण हुआ. कोर्ट के आदेश पर किए गए शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर 24 नवंबर को हिंसा भड़क गई थी, जिसमें चार लोगों की जानें चली गई थी. इस वजह से आज यानी शुक्रवार को किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुबह से ही मंदिर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.
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46 साल बाद खुला था प्राचीन मंदिर
संभल में 46 साल बाद प्राचीन मंदिर खुला, जिसके बाद मंगलवार (17 दिसंबर 2024) को कई लोगों ने दर्शन और पूजा-अर्चना की. वहां एक कुएं की खुदाई के दौरान कई खंडित मुर्तियां मिली थी. प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में बीते दिनों जब मंदिर के दरवाजे खोले गए तो देखा कि अंदर धूल जम चुकी है. ऐसे में पुलिसकर्मियों ने खुद ही हाथों से शिवलिंग और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां साफ की. मंदिर के अंदर भगवान शिव, नंदी, हनुमान और कार्तिकेय की पुरानी मूर्तियां मिली हैं.