“अश्विनी कुमार ने कहा ‘कांग्रेस वह पार्टी नहीं है जो वह थी, हमारे पास पार्टी का नेतृत्व करने के लिए एक परिवर्तनकारी और प्रेरक नेतृत्व नहीं है… मैंने न तो राजनीति छोड़ी है और न ही जनता की सेवा, मैं राष्ट्र के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करना जारी रखूंगा।’
जुबिली स्पेशल डेस्क
पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने मंगलवार को कांग्रेस से किनारा करते हुए इस्तीफा दे दिया। अश्विनी कुमार ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया है। इस अवसर पर पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने कहा है कि वह पार्टी से बाहर रहकर देश के लिए बेहतर तरीके से कार्य कर सकते हैं।
It was a painful decision. I thought long&hard,& realised the way internal processes of Congress are in place today, I couldn't continue any longer consistent with my dignity&self-esteem. I thought my shoulders weren't strong enough to carry weight of indifference: Ashwani Kumar pic.twitter.com/nG8xVrv6Kn
— ANI (@ANI) February 15, 2022
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, “मैंने बहुत दुखी मन से ये फैसला लिया है. पार्टी नेतृत्व को सोचना चाहिए कि पार्टी के निष्ठावान लोग क्यों धीरे-धीरे पार्टी को अलविदा कह रहे हैं। मैंने ये फैसला अपनी अस्मिता और सम्मान को समक्ष रखकर लिया है।
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उन्होंने कहा कि मेरे कंधे इतने मजबूत नहीं हैं कि इस तरह के उदासीनता के भार को उठा सकें। अश्विनी ने आगे कहा कि, कांग्रेस अब वो पार्टी नहीं रही जो पहले थी और आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक भूमिका और भी कम हो जाएगी। मैं अब और दम से राजनीति करूंगा और अपनी तकदीर खुद लिखूंगा। आज देश को लोगों को जोड़ने वाली राजनीति की जरूरत है।
अश्विनी कुमार पर एक नज़र
अश्विनी कुमार 2002 में पहली बार पंजाब से राज्यसभा सांसद चुने गए थे। इसके बाद करीब 6 साल से अश्विनी कुमार (2004 और 2010) में भी पंजाब से राज्यसभा सांसद रहे है। हालाँकि अब उन्होंने पंजाब विधान सभा इलेक्शन से पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है और कांग्रेस पार्टी से किनारा करके पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मनमोहन सिंह की सरकार में अश्विनी कुमार को कानून मंत्री का जिम्मा मिला था।