जुबिली स्पेशल डेस्क
इजरायल और हमास के बीच लड़ाई फिर से शुरू हो गई है। सात दिनों का अस्थाई सीजफायर जैसे ही खत्म हुआ वैसे ही वहां पर फिर से जंग तेज हो गई और दोनों तरफ से भीषण बमबारी शुरू हो गई है।
जानकारी मिल रही है कि इजरायली सेना आईडीएफ ने सीजफायर खत्म होने के घंटेभर के भीतर गाजा पर जोरदार बम गिराना शुरू कर दिया है। इस बमबारी में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
हमास के कब्जे वाले गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सीजफायर के खत्म होने के बाद इजरायली सेना ने गाजा पर हमला कर दिया, जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए। उधर इजरायल ने हमास पर सीजफायर के उल्लंघन करने की कोशिश का आरोप लगाया है।
उधर मध्यस्थ कतर का बयान भी सामने आ रहा है। सात दिनों के सीजफायर के दौरान दोनों तरफ से शान्ति का प्रयास किया गया और 100 से अधिक बंधकों को रिहा किया गया है। इजरायल के अनुसार उनके 115 पुरुष, 20 महिलाएं और दो बच्चे अभी भी हमास ने बंधक बना रखे हैं।
इस सीजफायर के तहत इजरायल ने 240 फिलिस्तीनी को रिहा किया गया है। शुक्रवार को सीजफायर खत्म किया गया है। बता दें कि हमास के लड़ाकों ने सात अक्टूबर को इजरायल पर जोरदार हमला कर दिया था और इस दौरान 240 लोगों को अपने कब्जे में ले लिया था।
इतना ही नहीं इस जोरदार हमले में 1400 लोगों की मौत हो गई थी। इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर हमला किया, जिसमें 15000 से ज्यादा लोगों मौत की नींद सुला दिये गए।
बता दे कि नेतन्याहू की तरफ से एक बयान भी जारी किया गया था। इस दौरान उन्होंने बताया था कि ये वही है जिसने 7 अक्टूबर को कत्लेआम मचाया था। ये वही हमास है जो हर जगह हमारे लोगों की हत्या करने की कोशिश कर रहा है।
इस दौरान नेतन्याहू ने ब्लिंकन से साफ कह दिया है कि जब तक वो हमास को खत्म नहीं करेंगे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने हमने हमास को खत्म करने की कसम खाई है और ऐसा करने से हम कोई नहीं रोक सकता।
इस दौरान नेतन्याहू ने बताया कि पहला मकसद सभी बंधकों को हमास के कब्जे से सुरक्षित निकालना है। दूसरा मकसद हमास का पूरी तरह से खात्मा। और तीसरा मकसद ये सुनिश्चित करना है कि अगली बार गाजा की तरफ से हमें कोई खतरा न हो।
बता दे कि इजरायल-हमास के बीच चल रहे जंग को करीब 54 दिन से अधिक हो गए हैं। हालांकि इस बीच दोनों पक्षों की तरफ से एक बार चार दिन और दूसरी बार दो दिन का संघर्ष विराम लगाया गया। इस दौरान इजरायल ने बंधक बनाए फिलिस्तीन के लोगों को रिहा किया. वहीं हमास ने भी कई इजरायली बंधकों को रिहा किया।