न्यूज़ डेस्क
दिल्ली के राम लीला मैदान में अरविन्द केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वो लगातार दिल्ली के तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। अरविंद केजरीवाल के साथ जिन मंत्रियों ने शपथ ली उसमें मनीष सिसोदिया, सतेंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्री पद की शपथ ली।
मनीष सिसोदिया
केजरीवाल ने दोबारा मनीष सिसोदिया के ऊपर भरोषा जताया है और उन्हें मंत्रिपद की शपथ दिलाई हैं। मनीष का जन्म पांच जनवरी 1972 में हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पत्रकारिता से की थी। कई न्यूज़ चैनलों में काम करने के बाद सिसोदिया ने ‘कबीर’ एनजीओ से एक्टिविज्म के क्षेत्र में क़दम रखा। मनीष ने ‘परिवर्तन’ नाम के एनजीओ के साथ भी काम किया।
इसके बाद वो सूचना अधिकार के अभियान का हिस्सा बने और उन नौ लोगों में शामिल हुए जिन्होंने आरटीआई का मसौदा तैयार किया। उन्होंने केजरीवाल के साथ मिलकर साल 2006 में ‘पब्लिक कॉज़ रिसर्च फाउंडेशन’ बनाया। 2011 में जनलोकपाल बिल आंदोलन में अहम भूमिका निभाई।
उनकी राजनीतिक सफ़र की शुरुआत 2012 में हुई। अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी का गठन किया। इसके बाद साल 2013 में पटपड़गंज विधानसभा सीट से आप पार्टी से जीतकर विधायक बने। 2015 में दूसरी बार उसी विधानसभा से जीते, अरविंद केजरीवाल सरकार में डिप्टी सीएम की भूमिका निभाई।
साल 2016 में मनीष सिसोदिया को सौ सबसे प्रभावशाली भारतीय में भी जगह मिली। शिक्षा और स्वास्थ्य में बेहतरीन काम करने के लिए उन्हें 2019 में चैंपियन चेंज अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है और अब वह तीसरी बार केजरीवाल सरकार में नंबर दो की पोजिशन संभालने जा रहे हैं।
सत्येंद्र जैन
सत्येंद्र जैन पेशे से आर्किटेक्ट हैं इनका जन्म उत्तर प्रदेश के बागपत में साल 1964 में हुआ था। सत्येंद्र भी उन लोगों में शुमार हैं जिन्होंने अन्ना अन्ना आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। 2013 में शकूर बस्ती से चुनाव लड़े और मंत्री बने। 2015 में दोबारा चुनाव जीते और स्वास्थ्य समेत कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली।
उन्होंने मोहल्ला क्लीनिक बनाने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि अपने कार्यकाल के दौरान वो कई विवादों में भी घिरे रहे। इनमें बेटी को मोहल्ला क्लीनिक में सलाहकार बनाने का विवाद भी शामिल है। इस मामले की जांच सीबीआई को दी गई। इसके अलावा पीडब्लूडी में नियुक्ति को लेकर भी उनपर आरोप लगे और सीबीआई के छापे भी पड़े।
यही नहीं साल 2018 में अवैध आय के मामले में ED ने पूछताछ भी की थी। वहीं, एक बार फिर अरविन्द केजरीवाल ने उनपर भरोसा जताया है और तीसरी बार मंत्री पद की जिम्मेदारी दी हैं।
गोपाल राय
गोपाल राय का जन्म 1975 में उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में हुआ था लखनऊ में छात्र राजनीति से जुड़े और 1992 में एआईएसए (AISA) के सदस्य बने। आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में गोपाल राय की गिनती होती है। उन्होंने 2013 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर बाबरपुर से चुनाव लड़े लेकिन हार गए।
इसके बाद 2014 में ‘मैं भी आम आदमी’ कैंपेनिंग की शुरुआत की. 2015 में दोबारा बाबरपुर से चुनाव लड़ कर दिल्ली विधानसभा पहुंचे। उन्हें केजरीवाल कैबिनेट में परिवहन और श्रम मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया। एक बार फिर केजरीवाल ने गोपाल राय को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है।
कैलाश गहलोत
1974 में दिल्ली में जन्में कैलाश गहलोत पेश से वकील हैं। वो 2005-07 में हाइकोर्ट बार एशोसिएशन के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने 2015 में नजफगढ़ विधानसभा से चुनाव जीता था। केजरीवाल सरकार में कई अहम मंत्रालय संभाले। और इस बार भी उनको मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
राजेन्द्र पाल गौतम
राजेंद्र पेश से वकील हैं और डीयू से कानून की पढ़ाई की है। इनका जन्म दिल्ली में 1968 में हुआ था। राजेंद्र आप पार्टी के नेशनल एग़्जिक्यूटिव के सदस्य हैं। 2015 में सीमापुरी से चुनाव जीता था और केजरीवाल सरकार में मंत्री बने थे। 2020 में उन्होंने एक बार फिर जीत दर्ज की और केजरीवाल कैबिनेट का हिस्सा बने हैं।
इमरान हुसैन
केजरीवाल के बेहद करिबियों में गिने जाने वाले इमरान हुसैन का जन्म 1981 में दिल्ली में हुआ था। इमरान ने 2015 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर बल्लीमारान से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। उन्हें केजरीवाल कैबिनेट में खाद्य आपूर्ति मंत्री बनाया गया। वहीं,2020 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जीत दर्ज की और मंत्रिमंडल में अपनी जगह बरकरार रखी है।