न्यूज़ डेस्क।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार सुबह निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार रविवार को दिल्ली के निगम बोध घाट पर किया जाएगा। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी नेताओं ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिवंगत अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी।
दिवंगत नेता अरुण जेटली जम्मू के दामाद थे। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे व पूर्व सांसद स्वर्गीय गिरधारी लाल डोगरा की बेटी संगीता से 1982 में उन्होंने शादी की थी।
जम्मू कश्मीर से उनका गहरा नाता रहा और कई बार नई दिल्ली में राज्य के हितों के संरक्षक बनकर भी उभरे। उन्होंने जम्मू के हितों की लड़ाई को उन्होंने बखूबी आगे बढ़ाया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता होने के नाते युवा अवस्था से जेटली अनुच्छेद 370 के विरोध में जम्मू कश्मीर आते रहे।
जेटली हर साल गिरधारी लाल डोगरा की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में शामिल होते थे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो चुके हैं।
बता दें कि अरुण जेटली दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कई दिनों से भर्ती थे। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वह 66 साल के थे। बीते कुछ दिनों उनकी हालत खराब चल रही थी। उनके निधन की खबर पर एम्स ने एक बयान जारी कर कहा है कि वे बेहद दुख के साथ सूचित कर रहे हैं कि 24 अगस्त को 12 बजकर 7 मिनट पर पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली अब हमारे बीच में नहीं रहे।