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भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुछेद 370 को हटा दिया गया है। इसके बाद से सरकार को अंदेशा था की वहां का माहौल खराब हो सकता है। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है और जम्मू कश्मीर का माहौल शांतिपूर्ण बना हुआ है। इस पर आज गुरुवार को पीएम मोदी देश की जनता को संबोधित कर सकते है। इसके अलावा शांति पूर्ण माहौल बनाये रखने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार ने ठोस कदम उठाये है। पूर्व सीएम महबूबा मुफ़्ती और उमर अब्दुल्लाह के बाद अब पूर्व मंत्री और डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह को नजरबंद किया है।
बता दें की लाल सिंह जम्मू के पहले नेता हैं, जिन्हें नजरबंद किया गया है। चौधरी लाल सिंह को जम्मू के गांधीनगर में उनके सरकारी आवास से निकलने की इजाजत नहीं दी गई है। इससे पहले अनुच्छेद 370 हटाने से पहले घाटी के कई नेताओं को नजरबंद किया गया था। इसमें महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला समेत अन्य नेताओं शामिल थे।
नजरबन्द के मामले में नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि कश्मीर घाटी में लोगों को कैद किया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि उमर अब्दुल्ला जेल में हैं, हम ग्रेनेड या पत्थर फेंकने वाले नहीं हैं। मेरा भारत सभी के लिए लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष है। हम बदलाव के लिए शांतिपूर्ण संकल्प में विश्वास रखते हैं।
वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने रविवार रात में डर जाहिर किया था कि उन्हें मुख्यधारा के अन्य नेताओं के साथ नजरबंद किया जाने वाला है। जबकि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इस कदम को अजीब बताया था।
लोकसभा में कुछ सदस्यों नेताओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताए जाने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा था कि फारूक अब्दुल्ला पूरी तरह ठीक हैं। और अपनी मर्जी से वहां रह रहे हैं। फारूक अब्दुल्ला न तो नजरबंद हैं और न ही उन्हें हिरासत में लिया गया है।