- हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित परंपरागत पैचवर्क की कढ़ाई वाले उत्पाद किए जा रहे प्रदर्शित
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। हाथ से बने परंपरागत पैचवर्क व इन्हें बनाने वाले हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहन देने के लिए हस्तशिल्प प्रदर्शनी की शुरुआत भूतनाथ मार्केट स्थित द रेडियंस एग्जीबिशन सेंटर में हो गई जिसमें रामपुर की महिला कारीगरों द्वारा स्वदेशी हस्तनिर्मित लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गए है।
परिवर्तन संस्था के तत्वावधान में आयोजित इस प्रदर्शनी का प्रायोजन भारत सरकार के हस्तशिल्प विकास आयुक्त कार्यालय द्वारा किया जा रहा है जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि डा.आनन्देश्वर पाण्डेय (कोषाध्यक्ष, भारतीय ओलंपिक संघ) ने किया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथिगण केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय (हैंडीक्राफ्ट) के क्षेत्रीय निदेशक श्री वीरेंद्र कुमार व सहायक निदेशक श्री संदीप पटेल थे। यह हस्तशिल्प प्रदर्शनी आगामी 29 दिसंबर तक चलेगी।
इस प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने कहा कि रामपुर की महिला कारीगरों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प पैचवर्क की कढ़ाई वाली साड़िया, सूट, बेडशीट व अन्य उत्पादों की इस लुप्तप्राय पुश्तैनी विरासत को इस प्रदर्शनी के माध्यम से एक प्रभावी मंच दिया जा रहा है। इससे इन स्वदेशी उत्पादों को बाजार मिलेगा और हमारे गांवों से आने वाले कारीगर समृद्ध होंगे।
इस अवसर पर परिवर्तन संस्था की सचिव रूबीना अली ने बताया कि हस्तशिल्प प्रदर्शनी में रामपुर की 30 महिला कारीगर हिस्सा ले रही है। उन्होंने कहा कि आगामी 29 दिसंबर तक चलने वाली इस प्रदर्शनी के दौरान महिला कारीगरों द्वारा अपने कारीगरी का लाइव डिमान्स्ट्रेशन भी किया जाएगा।