जुबिली स्पेशल डेस्क
बीते 19 दिनों से गाजा पट्टी पर इजरायल की बमबारी और तेज हो गई है। इजरायल लगातार गाजा को टारगेट कर रहा है। ऐसे में ये जंग अब महायुद्ध में भी बदल सकती है।
इसके पीछे मिडिल ईस्ट का एक अपना अलग रूख है। दरअसल ईरान से लेकर मिडिल ईस्ट के 57 मुल्क एक होते हुए नजर आ रहे हैं और इजरायल को चेतावनी दे रहे हैं कि इजरायल की सेना गाजा पट्टी में घुसती है तो युद्ध के नए मोर्चे खुल जाएंगे जबकि इजरायल की सेना गाजा की सीमा में दाखिल हो चुकी है और वो जमीनी स्तर पर अपना ऑपरेशन चला रही है।
इजरायल की सेना की पहला बार हमास के आतंकियों से जमीनी भिड़ंत हुई है। इजरायल के अंदर घुसने से महायुद्ध का खतरा और बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। ऐसे में ईरान सहित मिडिल ईस्ट इजरायल को लेकर कोई कदम उठा सकते हैं।
उधर हमास-इजरायल युद्ध में यूक्रेन के हथियार के इस्तेमाल होने की बात कही जा रही है इसको लेकर एक नया ‘सबूत’ सामने आया है।
इजराइल की खुफिया एजेंसी को एक ऐसा वीडियो जारी कर इसकी जानकारी दी है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि हमास के कुछ नकाबपोश लड़ाके हथियार देने के लिए यूक्रेन को शुक्रिया बोल रहे हैं।
एक मिनट के इस वीडियो संदेश में हमास के लड़ाके अपने समर्थकों से कह रहा हैं कि आज यूक्रेन से हथियारों की खेप पहुंच गई है, जिसके लिए हम यूक्रेन की सेना और राष्ट्रपति जेलेंस्की का शुक्रिया अदा करते हैं।
वीडियो में यह दावा किया गया है कि यूक्रेन भी हमारी तरह अपनी आजादी के लिए लड़ रहा है और इन हथियारों की मदद से हम यहूदियों के खिलाफ अपनी जंग जरूर जीतेंगे।
उधर हमास-इजरायल युद्ध में युद्धविराम को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार (24 अक्टूबर) को एक उच्च स्तरीय बैठक करने की बात सामने आ रही है और जंग रोकने का निवेदन किया गया है।
हालांकि इजरायल ने साफ मना करते हुए अस्वीकार कर दिया। संयुक्त राष्ट्र में इजऱाइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव संयुक्त राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं क्योंकि वह ‘बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सामूहिक हत्या के अभियान’ के लिए कोई समझ नहीं दिखाते हैं।