जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. किसान आन्दोलन से चर्चा में आये पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत की वजह उनकी स्कार्पियो गाड़ी की रफ़्तार थी. मंगलवार की रात दिल्ली से पंजाब लौट रहे दीप सिद्धू की गाड़ी जब ट्रक में पीछे से घुसी तब गाड़ी की रफ़्तार 110 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटा थी.
हादसे के वक्त दीप सिद्धू की गाड़ी के ठीक पीछे चल रहे मोहम्मद यूसुफ के मुताबिक़ दीप सिद्धू की गाड़ी खड़े ट्रक में नहीं बल्कि चलते ट्रक में पीछे से घुस गई थी. हादसे के फ़ौरन बाद यूसुफ ने अपनी गाड़ी रोककर बुरी तरह से घायल दीप सिद्धू और उनकी दोस्त रीना को गाड़ी से बाहर निकालकर एम्बुलेंस और दीप सिद्धू के भाई को फोन किया था.
यूसुफ ने जब दीप सिद्धू को गाड़ी से निकाला था तब वह पूरी तरह से होश में थे. उन्होंने उन्हें सड़क के किनारे बिठाया था. एक्सीडेंट के बाद सड़क पर भीड़ जमा हो गई थी और एम्बुलेंस मौके पर आधे घंटे बाद पहुँच गई थी.
दीप सिद्धू की दोस्त रीना ने होश में आने के बाद पुलिस को जो बयान दिया है वह यूसुफ के बयान से मेल खाता है. रीना के मुताबिक़ दीप गाड़ी को बहुत तेज़ चला रहे थे. उनके अनुसार अचानक से दीप को झपकी आ गई और पल भर में ही हादसा हो गया. रीना ने बताया कि हादसा इतने अचानक से हुआ कि संभलने का मौका ही नहीं था. यह हादसा मंगलवार की रात साढ़े नौ बजे कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे पर हुआ.
दीप सिद्धू की स्कार्पियो जिस ट्रक में घुसी थी वह 22 टायर वाला बड़ा ट्रक था. इस ट्रक पर राजस्थान का नम्बर पड़ा है.
रीना फिलहाल अब खतरे से बाहर है. उधर दीप सिद्धू का बुधवार की शाम लुधियाना में अंतिम संस्कार कर दिया गया. सिद्धू का शव जब उनके घर पहुंचा तो बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक वहां मौजूद थे. सिद्धू की पत्नी और बेटी मुम्बई में रहती हैं. सिद्धू पहले वकील थे लेकिन सनी देओल के सम्पर्क में आने के बाद उन्होंने फ़िल्मी दुनिया की तरफ अपना रुख किया था. बाद में वह अभिनय के साथ-साथ फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी चले गए.
किसान आन्दोलन के दौरान हुई ट्रैक्टर रैली के दौरान लालकिले पर झंडा फहराने के मामले में दीप सिद्धू का नाम चर्चा में आया था. उन पर हिंसा में शामिल होने का आरोप भी लगा था.
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