न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने गठबंधन पर ब्रेक लगा दिया है और उत्तर प्रदेश विधानसभा के 11 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अकेले लड़ने का फैसला किया है।
इस बसपा सुप्रीमो समाजवादी पार्टी में सुधार और यादव वोटरों पर गठबंधन का साथ न देने के आरोप से आहत मुलायम सिंह यादव की छोटी बहु ने मोर्चा संभाला है।
बहुत दुःख हुआ जानकर आज #Mayawati ji का रूख #SamajwadiParty के लिए शास्त्र में कहा गया है जो सम्मान पचाना नहीं जानता वो अपमान भी नहीं पचा पाता।
— Aparna Bisht Yadav (@aparnabisht7) June 3, 2019
अपर्णा यादव ने बसपा सुप्रीमो पर निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के लिए मायावती का रुख जानकर बेहद दुख हुआ। अपर्णा ने ट्वीट कर कहा है कि जो सम्मान पचाना नहीं जानता, वो अपमान भी नहीं पचा पाता।
बता दें कि यूपी की 11 सीटों पर चुनाव होने हैं। इन सीटों में एक सीट लखनऊ कैंट की भी हैं। 2017 विधानसभा चुनाव में सपा ने अपर्णा यादव को बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी के खिलाफ मैदान में उतारा था। माना जा रहा है कि आगामी उपचुनाव में सपा अपर्णा को दोबार मैदान में उतार सकती है।
वहीं सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने कहा है कि बसपा से बड़ी हमारी पार्टी है। उन्होंने कहा कि अगर यादवों ने वोट नहीं दिया होता तो बीएसपी 10 की जगह 4 या 5 सीटों पर ही सिमट जाती।
सपा-बसपा के बीच बढ़ती रार के बीच दोनों ही पार्टियों की तरफ से लगातार बयान आ रहे हैं। दोनों पार्टियों की तरफ से आगामी विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ने की घोषणा भी की जा चुकी है। पहले बसपा की तरफ से खबर आने के बाद अब सपा ने भी ऐलान कर दिया है कि चुनाव अकेले लड़ा जाएगा।