पॉलिटिकल डेस्क
भारतीय जनता पार्टी 16 मार्च को अपने 100 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकती है। इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा, राधामोहन सिंह सहित कई बडे नेताओ के टिकटों का ऐलान हो सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी वाराणसी से सांसद हैं। हालांकि, बीते दिनों ऐसी अटकलें थीं कि वह ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं। इस बीच सूत्रों की माने तो भारतीय जनता पार्टी यूपी में बड़ी संख्या में सीटें जीतने के लिए पार्टी के कुछ सिटिंग सांसदों का टिकट काट सकती है।
अपना दल को मिला मिर्जापुर
इस बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सारी अफवाहों पर विराम लगाते हुए यूपी की मिर्जापुर लोकसभा सीट अपना दल की अनुप्रिया पटेल को एनडीए का उम्मीदवार घोषित किया है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को ट्वीट किया,
अपना दल की अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से चुनाव लड़ेंगी, जबकि दूसरी सीट को लेकर बात जारी है।फिर एक बार-मोदी सरकार” के संकल्प के साथ ‘भाजपा-अपना दल’ गठबंधन उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव साथ-साथ लड़ेगा।
अपना दल प्रदेश की दो सीटों पर चुनाव लड़ेगा, जिसमे श्रीमती @AnupriyaSPatel जी मिर्जापुर से चुनाव लड़ेंगी और दूसरी सीट पर दोनों दलों के नेता बैठकर चर्चा करेंगे। pic.twitter.com/kBbuAyBs7m
— Amit Shah (@AmitShah) March 15, 2019
सांसदों का लिया गया था फीड बैक
बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कुछ दिनों पहले यूपी में अपने मौजूदा सांसदों का फीड बैक लिया था। जिसमें यह बात निकलकर सामने आई थी कि करीब 25 से 30 लोकसभा क्षेत्रों में जनता और पार्टी कार्यकर्ता अपने सांसद के कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं।
इसके बाद से ही इन सांसदों के टिकट काटे जाने को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी। बीजेपी खास रणनीति पर काम कर रही है। पार्टी ने बूथ लेवल तक जाकर फीडबैक हासिल किया है। यूपी प्रभारी गोवर्धन झड़पिया इलेक्शन स्ट्रेटेजी के माहिर खिलाड़ी हैं। माना जा रहा है इस बड़े फैसले में वो भी शामिल हैं।
यूपी इन 27 भाजपा सांसदो के टिकट पर संकट …
- बलिया – भरत सिंह
- सलेमपुर -रविंद्र कुशवाहा
- कुशीनगर – राजेश पांडेय
- भदोही – वीरेंद्र सिंह
- राबर्ट्सगंज – छोटेलाल खैरवार
- जौनपुर – कृष्णाप्रताप
- मछलीशहर – रामचरित्र निषाद
- बस्ती – हरीश द्विवेदी
- संतकबीरनगर – शरद त्रिपाठी
- अकबरपुर – देवेंद्र सिंह
- घोसी – हरिनारायण राजभर
- इलाहाबाद – श्यामाचरण गुप्ता
- अंबेडकरनगर – हरिओम पांडेय
- श्रावस्ती – दद्दन मिश्रा
- हरदोई – अंशुल वर्मा
- मिश्रिख – अंजू बाला
- आंवला – धर्मेंद्र कश्यप
- इटावा – अशोक दोहरे
- फतेहपुर – निरंजन ज्योति
- फतेहपुर सिकरी – चौधरी बाबूलाल
- हमीरपुर – कुंवर पुष्पेंद्र सिंह
- रामपुर – नैपाल सिंह
- धौरहरा – रेखा वर्मा
- संभल – सत्यपाल सिंह सैनी
- मेरठ – राजेंद्र अग्रवाल
- बाराबंकी – प्रियंका रावत
- उन्नाव – साक्षी महराज
गोरखपुर, फूलपुर और कैराना की हार से चिंतित हैं शाह
बताते चले कि देश के जिस सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश से 2014 में बीजेपी को सबसे अधिक 71 सीटें मिली थी, लेकिन हाल ही में गोरखपुर, फूलपुर और फिर कैराना उपचुनाव में मिली हार ने पार्टी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
इन सीटों पर मिली हार ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को चिंतित कर दिया है और वो कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहते। गौरतलब है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर ही गुजरेगा। ऐसे में पिछले चुनाव में 80 में से 71 सीटें पाने वाली बीजेपी यूपी में कोई गलती नहीं करना चाहती।